न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: केंद्रीय महाधिवेशन के बाद राज्य की सत्तारूढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा अब नए तेवर के साथ नजर आएगी. बिहार, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल सहित कई दूसरे राज्यों में भी पार्टी चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है. इस बीच बिहार में हिस्सेदारी को लेकर JMM ने अभी से ही प्रेशर पॉलटिक्स भी शुरू कर दी है. पार्टी का तर्क है कि हम झारखंड में गठबंधन की सरकार चला रहे हैं. हमारा स्वाभाविक गठबंधन है, तो बिहार में भी हमारी हिस्सेदारी बनती है.
इन सीटों पर JMM की दावेदारी
झामुमो बिहार विधानसभा चुनाव में कम से कम 12 सीटों पर दावेदारी करने के मूड में है. इन सीटों में प्रमुख रूप से जमुई, तारापुर, कटोरिया, मनिहारी, झाझा, बांका, बनमनखी, पीरपैंती, चकाई की सीट शामिल हैं. बिहार चुनाव के लिए गिरिडीह, कोडरमा, देवघर के नेताओं को लगाया जाएगा. इस बीच बिहार चुनाव को लेकर झामुमो के इस प्रेशर पॉलटिक्स पर राजद ने कहा है कि बिहार में JMM के राजनीतिक ताकत और सियासी हैसियत का आकलन के बाद ही यह तय होगा कि उन्हें कितनी सीटें मिलेगी .
झारखंड मुक्ति मोर्चा के महाधिवेशन में संगठन विस्तार को लेकर खास जोर था. पार्टी झारखंड से बाहर निकल कर पैन इंडिया पार्टी बनने का रास्ता पकड़ना चाहती हैं. जेएमएम का यह सपना बिहार से होकर ही गुजरेगा, लिहाज़ा पार्टी का सारा फोकस फिलहाल बिहार चुनाव को लेकर है. झारखंड मुक्ति मोर्चा को इस बात का एहसास है कि दूसरे राज्यों में पार्टी का विस्तार करना है, तो सब से पहले बिहार में ताकत दिखानी होगी.