न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: झारखंड सरकार की चर्चित मंईयां सम्मान योजना में अब एक बड़ा बदलाव किया गया हैं. योजना में लाभार्थी महिलाओं की पहचान को और भी ज्यादा पारदर्शी और फुलप्रूफ बनाने के लिए राशन कार्ड अनिवार्य कर दिया गया हैं. अब कोई भी महिला बिना राशन कार्ड और आधार कार्ड के इस योजना का लाभ नहीं उठा सकेगी. इस योजना में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, खाद्य आपूर्ति विभाग के सहयोग से यह प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
कैसे होगा राशन कार्ड का सत्यापन?
राशन कार्ड का सत्यापन अब टेक्नोलॉजी के जरिए किया जाएगा. जिसके लिए खाद्य आपूर्ति विभाग के राशन कार्ड पोर्टल के एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस (API), नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI), नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) और पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम (PFMS) का इस्तेमाल किया जाएगा.
मार्च तक बिना आधार लिंक खातों को मिली राशि
मार्च महीने तक अस्थायी तौर पर सरकार ने बिना आधार लिंक खातों में भी राशि ट्रांसफर की थी. शुक्रवार और शनिवार को जिनके किस्तें बकाया थी, उनके खातों में 7500 रूपए ट्रांसफर किए गए.
अप्रैल से बदला सिस्टम
अप्रैल से बड़ा बदलाव लागू हो गया हैं. जिसके मुताबिक, अब महिलाओं को हर महीने 2500 रूपए की राशि सिर्फ उन्हें खातों में जाएगी, जो आधार से लिंक हैं. योजना के तहत महिला की उम्र 21 से 50 वर्ष होनी चाहिए और उसके पास आधार कार्ड और राशन कार्ड दोनों होना जरुरी हैं. जिनका नाम राशन कार्ड में नहीं है, उनके लिए पिता या पति का राशन कार्ड भी मान्य होगा.