अवधेश/न्यूज 11 भारत
केरेडारी/डेस्क: एनटीपीसी केडी परियोजना से कोयला ढुलाई कर रही ओएसएल कंपनी के कोयला लदा हाइवा ने बाइक सवार युवक को रौंद दिया. जिससे बाइक सवार पांडू के अबेड़कर मुहल्ला निवासी विकास कुमार उम्र 40 वर्ष पिता तेतर राम की मौत हो गई. वहीं घटना को अंजाम दे कर भाग रहे ओएसएल कंपनी के वाहन में आग लग गई. वाहन में आग लगने से हाइवा पूरी तरह से जल गया. घटना स्थल में पहुंचे पगार ओपी प्रभारी विक्की ठाकुर वाहन को जलता हुआ देखते रहे. विकास के दुर्घटना होने की सूचना मिलते ही परिजन व आस पास के ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे, तड़प रहे विकास के शरीर को इलाज के लिए हजारीबाग ले कर पहुंचे, जहां युवक की मौत हो गई. विकास के मौत पर परिजनों व ग्रामीणों ने एनटीपीसी प्रबंधन से मुआवजा, नौकरी के मांग को लेकर 2.30 बजे से ट्रांसपोर्टिंग सड़क को जाम कर दिया.
मृतक अपने पीछे पत्नि कविता देवी, दो बेटा अर्णव 12 वर्ष, अरव 9 वर्ष व बेटी अराध्या 6 वर्ष समेत भरा पुरा परिवार को छोड़ गया हैं. पत्नि व बच्चों के रो रो कर बुरा हाल हो गया हैं. घटना रविवार दोपहर 2 बजे की हैं.
घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि मृतक विकास कुमार केडी परियोजना के एमडीओ कंपनी बीजीआर में काम करता था. रविवार सुबह रोज की तरह काम करने कंपनी पहुंचा था, ड्यूटी करके वापस लौटने के दौरान ओएसएल कंपनी का कोयला ढुलाई कर रहे हाइवा जेएच 02 बीएस 0113 ने तेज रफ्तार में बाइक सवार युवक विकास को चपेट में ले लिया. वाहन कुछ दूरी तक विकास को घसीटता हुआ ले गया. हाईवा ने घटना को अंजाम देकर भागने के क्रम में एनटीपीसी के गेट में लगा का बैरियर भी तोड़ दिया. हाइवा चालक भागने में सफल रहा. दूसरी ओर घटना में शामिल हाइवा वाहन में आग लग गई. जिससे पुरा हाइवा जल गया. पिकेट से महज 1500 मीटर दूरी की में जलते हाइवा को पिकेट प्रभारी देखते रह गए, आग बुझाने का कोई ठोस उपाय नहीं किया गया. हाइवा में आग कैसे लगी इसके जांच पुलिस जुट गई हैं.
ट्रांस्पोर्टर पर लगाया सुरक्षा व्यवस्था को ताक पर रख कर ट्रांसपोर्ट करने का आरोप
घटना के उपरांत सड़क जाम में पहुंचे मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने ट्रांसपोर्टिंग कंपनी ओएसएल पर सुरक्षा व्यवस्था को ताक पर रख कर ट्रांसपोर्ट करने का आरोप लगाया हैं. ग्रामीणों ने कहा की ट्रांसपोर्टिंग सड़क में कंपनी के द्वारा कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं किया गया हैं. कंपनी में चलने वाले हाइवा काफी तेज गति से चलते हैं. जिससे हमेशा दुर्घटना की संभावन बनी रहती है. तेज रफ्तार वाहन से विकास की मौत हुई, ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन से कंपनी के द्वारा नियमों को ताक पर रख के काम करने पर कानूनी कार्रवाई की मांग किए हैं. वहीं एनटीपीसी प्रबंधन से भी ओएसएल के वाहनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग किए हैं.