न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: हाल ही में एक चौंकाने वाला शोध सामने आया है, जिसमें बताया गया है कि घर के बाथरूम में हार्ट अटैक की संभावना कहीं अधिक होती हैं. हालांकि लोग इसे आमतौर पर हल्के में लेते है लेकिन बाथरूम में हार्ट अटैक आने के गंभीर कारण है, जिनसे अनजान रहना खतरनाक हो सकता हैं.
हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट को लोग अक्सर एक जैसा समझते है लेकिन दोनों में बड़ा फर्क होता हैं. जब शरीर के विभिन्न अंगों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं पहुंचते, तो यह हार्ट अटैक की स्थिति पैदा कर सकता हैं. बाथरूम में ठंडे पानी का असर, प्रेशर बनाने की आदत और कुछ गलत शारीरिक मुद्राएं मिलकर दिल की नसों पर दबाव डाल सकती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता हैं.
बाथरूम में हार्ट अटैक का बड़ा कारण
आइए जानते हैं कि बाथरूम में हार्ट अटैक क्यों आता है:
- बाथरूम का तापमान: बाथरूम का तापमान सामान्य कमरे की तुलना में ठंडा होता हैं. यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने की कोशिश करता है लेकिन इससे ब्लड सर्कुलेशन पर असर पड़ता है और दिल पर अधिक दबाव बनता है, जो हार्ट अटैक का कारण बन सकता हैं.
- सुबह का समय और रक्तचाप: सुबह के समय शरीर का रक्तचाप सामान्य से थोड़ा अधिक होता हैं. बाथरूम में ठंडे पानी से नहाने या धोने से रक्तचाप में अचानक उतार-चढ़ाव आता है, जो दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता हैं. इससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता हैं.
- प्रेशर बनाना और जोर लगाना: बाथरूम में पेट साफ करने के दौरान लोग अधिक जोर लगाते है, जिससे दिल की नसों पर दबाव बनता हैं. इस दबाव के कारण कार्डियक अरेस्ट या हार्ट अटैक आ सकता हैं.
- गलत पोजिशन: खासकर भारतीय बाथरूम में लोग एक ही स्थिति में बहुत देर तक बैठे रहते है, जो रक्त प्रवाह में रुकावट डाल सकता है और दिल के दौरे का कारण बन सकता हैं.
क्या करें?
- बाथरूम में ठंडे पानी से नहाने से पहले पहले पैरों पर पानी डालें फिर धीरे-धीरे शरीर को भिगोएं.
- पेट साफ करते वक्त जल्दीबाजी और अधिक जोर न लगाएं.
- अगर आप बाथटब का इस्तेमाल करते है तो लंबे समय तक उसमें न बैठें.
सभी को यह समझना जरूरी है कि छोटी-सी गलती भी बड़ी समस्या का कारण बन सकती हैं. ऐसे में बाथरूम में सावधानी बरतें और अपने दिल की सेहत का ख्याल रखें.