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रांची/डेस्क: राजधानी रांची के करीब सभी लोगों के बीच अर्न्ची नगर निगम के कारनामों की चर्चा हो रही है. इसकी चर्चा होनी भी चाहिए. क्योंकि यहां अगर एक आम आदमी अपने बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने जाता है तो उसकी चप्पल घिस जाती है. लेकिन वहीं अगर किसी अफसर या बड़े आदमी के बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट बनान हो तो वह तुरंत बन जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां के ही अधिकारी ने एक IAS ऑफिसर के बेटे का एक नहीं बल्कि तीन बर्थ सर्टिफिकेट बना दिया है. जी हां आपने सही सुना. यह पूरे रांची में चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल झारखंड कैडर के IAS अधिकारी राजीव रंजन के बेटे से यह मामला जुदा हुआ है. उनके बेटे के तीन बर्थ सर्टिफिकेट बने हुए है.
तीन बर्थ सर्टिफिकेट तो चौकाने वाला मामला है. इसके साथ एक और चौका देनी वाली बात यह है कि तीनों बर्थ सर्टिफिकेट में जन्मस्थान और जन्मतिथि अलग-अलग है. लेकिन इन तीनों बर्थ सर्टिफिकेट में उनके माता-पिता एक ही है. ऐसे में सवाल उठने लगे कि लड़के के जन्मतिथि और जन्मस्थान में बदलाव कैसे हो गया और उसका आधार क्या है?. यह सवाल नगर निगम से पासपोर्ट कार्यालय पूछ रही है. ऐसे में इस पूरे मामले को लेकर झारखंड के पासपोर्ट कार्यालय में कन्फ्यूजन की स्थिति उत्पन्न हो गई है और वहां विवाद भी हो रहा है.
यह मामला पासपोर्ट कार्यालय में तब सामने आया जब IAS राजीव रंजन ने अपने बेटे के पासपोर्ट में उसकी जन्मतिथि बदलने के लिए आवेदन दिया था. नगर निगम के उन्होंने पहले वाले बर्थ सर्टिफिकेट, जिसमे जन्मतिथि 13 अक्टूबर 2013 है, इसी जन्मतिथि के आधार पर पासपोर्ट बनवाया गया था. इसके बाद उन्होंने पासपोर्ट कार्यालय में उनके बेटे के जन्म तिथि में सुधार के लिए आवेदन दिया था. उन्हें अपने बेटे के जन्मतिथि को 13 अक्टूबर 2013 से बदलकर 13 अक्टूबर 2015 करना था. इस मामले में पासपोर्ट कार्यालय ने संज्ञान लिया. इसके बाद पासपोर्ट कार्यालय ने रांची नगर निगम से दोनों प्रमाण पत्रों के मद्देनजर पत्राचार कर स्थिती स्पष्ट और कुछ दस्तावेज की भी मांग की है. पासपोर्ट कार्यालय मामले की गंभीरता देखते हुए यह जा चाहती है कि दोनों ही बर्थ सर्टिफिकेट को नगर निगम ने कैसे सत्यापित किया.
इस मामले में पेंच तब फंसा जब नगर निगम ने एक बर्थ सर्टिफिकेट इशू करने से पहले ही उसकी सत्यता प्रमाणित कर दी थी. इस मामले को लेकर पासपोर्ट कार्यालय ने नगर निगम को पत्र लिखा और उक्त दस्तावेजों की मांग की है. जिन्हें आधार बनाते हुए पहले के डेट ऑफ बर्थ को बदला गया था. पासपोर्ट कार्यालय इस पूरे मामले को लेकर काफी गंभीर है. यह सर एक नहीं हो सकते है. ऐसे कई मामले भी हो सकते है. ऐसे में कई लोगों के फर्जी पासपोर्ट भी बन सकते है. ऐसे में नगर निगम ने एक ही व्यक्ति के तीन बर्थ सर्टिफिकेट कैसे बना दिए, पासपोर्ट कार्यालय इस बात को जानना चाह रही है.
आपको बता दे कि IAS राजीव रंजन के के बेटे के तीन बर्थ सर्टिफिकेट है. इन सभी को रांची नगर निगम ने बनाया है. इसमें से पहले सर्टिफिकेट में जन्मतिथि 13 अक्टूबर 2013 है और जन्मस्थान ऑफिसर्स कॉलोनी गोंदा है. वहीं दूसरी बर्थ सर्टिफिकेट में जन्मतिथि 13 अक्टूबर 2015 और जन्मस्थान अशोक नगर है और तीसरे बर्थ सर्टिफिकेट में जन्मतिथि 13 अक्टूबर 2017 और जन्मस्थान सेल सिटी न्यू पुंदाग का है.