झारखंडPosted at: नवम्बर 10, 2024 हजारीबाग: अनुसूचित जनजाति की ग्रामीण महिलाओं को मिली उम्मीदों की नई उड़ान
सोहराय पेंटिंग प्रशिक्षण शिविर का समापन, कलाकृतियों का लगाया एक्जिबिशन
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: कार्यालय विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार से सौजन्य से हस्तशिल्प विकास संस्थान द्वारा आयोजित गुरु शिष्य हस्तशिल्प प्रशिक्षण सोहराय पेंटिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह चुरचू प्रखंड के चीची खुर्द गांव के गोबरदाहा टोला में सम्पन्न हो गई. इस कार्यक्रम में अनुसूचित जनजाति की ग्रामीण महिलाओं को दो महीने से लगातार सोहराय पेंटिंग का प्रशिक्षण दिया गया, जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं की भूमिका को समझना और उन्हें रोजगार से जोड़ने के लिए प्रेरित करना था. इस अवसर पर हस्तशिल्प सेवा केंद्र, रांची से पुष्प राजन सहायक निदेशक दो माह का प्रशिक्षण समापन किया गया.
संस्था के सचिव नरेश ठाकुर ने कहा हमारा उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी कला को प्रोत्साहित करना हैं. सोहराय पेंटिंग न केवल उनकी कला को दर्शाती है बल्कि यह उनकी संस्कृति और परम्पराओं को भी प्रदर्शित करती हैं. इस कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए और कहा, इस प्रशिक्षण से हमें न केवल कला की समझ मिली बल्कि हमें अपनी संस्कृति को सहेजने का भी अवसर मिला. कार्यक्रम के समापन पर महिलाओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए और उनकी कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगाई गई. यह कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी कला को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हैं. इस अवसर पर कई लोग शामिल थे.