प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
बरवाडीह/डेस्क: मंगलवार को बरवाडीह में "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" और स्वास्थ्य जागरूकता अभियान के तहत एक प्रभावशाली रैली का आयोजन किया गया. यह रैली जिला स्वास्थ्य समिति के बैनर तले राजकीय कृत कन्या मध्य विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा निकाली गई. इस अवसर पर बच्चों ने समाज में शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का संदेश दिया. रैली की शुरुआत विद्यालय परिसर से हुई और यह थाना गेट तक गई. छात्र-छात्राओं ने हाथों में बैनर और पट्टिकाएं लेकर जागरूकता संदेश दिए. नारे लगाते हुए बच्चों ने समाज को यह बताया कि बेटियों की शिक्षा और उनके स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना कितना आवश्यक है.
विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रमोद कुमार ने इस अवसर पर कहा, "इस रैली का मुख्य उद्देश्य अभिभावकों को यह समझाना है कि बेटियों को शिक्षित करना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है. उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाएं, ताकि वे अपने जीवन में बेहतर निर्णय ले सकें. कम उम्र में शादी न केवल उनकी शिक्षा को बाधित करती है, बल्कि उनके स्वास्थ्य और भविष्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है." उन्होंने कहा कि बच्चों के बीच इस तरह के अभियान आयोजित करना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह केवल जागरूकता फैलाने तक सीमित नहीं रहता, बल्कि समाज में एक बड़ा बदलाव लाने का माध्यम भी बनता है.
रैली की सफलता में विद्यालय के बच्चों और शिक्षकों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग का भी सराहनीय योगदान रहा. बच्चों की प्रतिबद्धता और उत्साह ने कार्यक्रम को जीवंत बना दिया. इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज को यह संदेश दिया गया कि शिक्षा और स्वास्थ्य हर बच्चे का अधिकार है. बेटियों को केवल शिक्षा का अवसर देना ही नहीं, बल्कि उन्हें सशक्त बनाना हर परिवार की जिम्मेदारी है. प्रधानाध्यापक ने यह भी कहा कि भविष्य में इस तरह के जागरूकता अभियान और भी आयोजित किए जाएंगे, ताकि समाज में सकारात्मक बदलाव की गति तेज हो सके. यह रैली न केवल बच्चों के उत्साह का प्रतीक थी, बल्कि यह समाज में जागरूकता का दीप जलाने की दिशा में एक सशक्त प्रयास भी साबित हुई.