बिरेन्द्र/न्यूज़11 भारत
बरही/डेस्क: आज आज कल के समय में भले ही नशा भले ही शान और लत के लिए किया जाता हो. लेकिन नशा करने वाले लोगों के साथ कब क्या हो जाएं, कुछ कहा नहीं जा सकता है. नशा करने से भले ही आपको कुछ देर के लिए मजा आएगा लेकिन ये कब आपके लिए जिंदगी भर की सजा बन जाए, इसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते है.
पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार हुआ इजाफा
आज धूम्रपान निषेध दिवस है. इस अवसर पर एक प्रेस बयान जारी कर धूम्रपान निषेध संघर्ष समिति के हजारीबाग जिला संयोजक मुकुंद साव ने कहा है,उन्होंने कहा है कि पिछले कुछ सालों में विश्वभर के साथ भारत भी धूम्रपान करने और इससे पीड़ित होने वाले लोगों की संख्या में लगातार इजाफा देखा गया है. इस गंभीर लत ने कई लोगों को मौत का ग्रास तक बना दिया. वहीं लोगो को धूम्रपान के नुकसान के प्रति जागरुक करने के लिए कई संस्थाएं भी आगे आयी हैं. कई संस्थाओं का निर्माण भी हुआ है,मुकुंद साव ने बताया कि तंबाकू और धूम्रपान के दुष्परिणामों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य देशों ने इसके लिए एक प्रस्ताव रखा. जिसके बाद से धूम्रपान निषेध दिवस हर साल मार्च महीने के दूसरे बुधवार को मनाने का निर्णय लिया गया. तभी से प्रतिवर्ष विश्व धूम्रपान निषेध दिवस के रूप में इसे मनाया जाता है. मुकुंद साव ने तंबाकू से जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में बताया.सभी लोगों से मुकुंद साव ने धूम्रपान कभी भी नही करने की अपील किया है. जिससे धूम्रपान निषेध दिवस की सार्थकता होगी.
तंबाकू से जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में बताया
1. WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के मुताबिक दुनिया के करीब 125 देशों में तंबाकू का उत्पादन होता है.
2. दुनियाभर में हर साल करीब 5.5 खरब सिगरेट का उत्पादन होता है और एक अरब से ज्यादा लोग इसका सेवन करते हैं.
3. एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में 80 फीसदी पुरुष तंबाकू का सेवन करते हैं, मगर कई देशों में धूम्रपान करने की आदत महिलाओं में भी काफी बढ़ी है.
4. बता दें कि धूम्रपान करने वालों का करीब 10 फीसदी भारत में है.
5.विकासशील देशों में हर साल 8000 बच्चों की मौत अभिभावकों द्वारा किए जाने वाले धूम्रपान के कारण होती है.
6. किसी भी प्रकार का धूम्रपान 90 प्रतिशत से अधिक फेफड़े के कैंसर,ब्रेन हेमरेज,और लकवा का प्रमुख कारण है.
7. सिगरेट और तंबाकू - मुंह,मेरुदंड,कंठ,और मूत्राशय के कैंसर के रूप में प्रभावित होता है.
8. लंबे समय तक धूम्रपान करने से मुंह, गर्भाशय, गुर्दे,और पाचक ग्रंथि में कैंसर होने की अत्यधिक संभावना होती है,इस प्रकार धूम्रपान करना सीधे मौत को आमंत्रण देना है .