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रांची/डेस्क: सेहतमंद बने रहना आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में एक चुनौती बन गई है. इसके साथ ही खराब जीवनशैली की वजह से तमाम बीमारियां लोगों को अपना शिकार बना रही है. इन्हीं बीमारियों में से एक हैं अस्थमा. अस्थमा लंबे समय तक चलने वाली बिमारी है. यह इंसान को अंदर से घायल कर देती है. अस्थमा के अटैक की वजह से इंसान अंदर से पूरी तरह से टूट जाता है. इसलिए अस्थमा रोगियों को ज्यादा ध्यान देने की जरुरत होती है. इसके साथ ही सांस से पीड़ित व्यक्तियों का उचित इलाज के साथ डाइट का ध्यान भी रखना बहुत जरुरी है.
रिपोर्ट के अनुसार सांस लेने में दिक्कत, सीने में दर्द, खांसी और घरघराहट जैसी कई दिक्कतें अस्थमा रोगियों को होती है. वहीं अस्थमा अटैक की बात की जाए तो शरीर में मौजूद बलगम और संकरी श्वासनली इसका मुख्य कारण होती है. डॉक्टर्स का कहना है कि इस तरह की दिक्कतें बढ़ने पर दमे का अचानक अटैक पड़ सकता है. इसलिए इन परिस्थितियों में अस्थमा रोगियों को इंहेलर लेने की सलाह दी जाती है.
अस्थमा के रोगियों की डाइट कैसी होनी चाहिए
Vitamin C Foods
Dietitian की माने तो Vitamin C से भरपूर फूड्स का सेवन अस्थमा रोगियों को करना चाहिए. इसके साथ ही Vitamin C में एंटीऑक्सिडेंट भी उचित मात्रा में पाई जाती है. संतरा, ब्रोकली, कीवी को अस्थमा मरीजों को डाइट में जरुर शामिल करना चाहिए. अस्थमा अटैक के जोखिम को Vitamin C युक्त चीजों के सेवन से कम किया जा सकता है.
शहद-दालचीनी
लोगों को शहद और चीनी का सेवन वैसे तो सिमित मात्रा में करना चाहिए. मगर शहद और दालचीनी का सेवन अस्थमा रोगियों के लिए लाभदायक है. इसलिए रात में सोने से पहले 2 से 3 चुटकी दालचीनी के साथ 1 चम्मच शहद मिलाकर जरुर सेवन करना चाहिए. फेफड़ों को काफी हद तक ऐसा करने से आराम मिलेगा.
तुलसी पत्तियां
तुलसी की पत्तियां अस्थमा रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद है. एक्सपर्ट्स की माने तो एंटीऑक्सीडेंट गुण तुलसी में भरपूर मात्रा में पाए जाते है. चाय में 3-4 तुलसी पत्ते डालकर पीने से अटैक का खतरा अस्थमा रोगियों में कम हो जाता है. वहीं तुलसी इम्युनिटी को भी बूस्ट करती है. इसके साथ ही यह मौसमी बीमारियों से भी बचाव करता है.
दाल
प्रोटीन का सबसे अच्छा सोर्स दालों को माना जाता है. काला चना, मूंग दाल, सोयाबीन जैसी चीजों का सेवन इसके लिए किया जा सकता है. डॉक्टर्स का कहना है कि दालें फेफड़ों को मजबूत बनाने के साथ संक्रमण से बचाव भी करती है. इसके साथ ही दालों के सेवन से पाचन शक्ति भी मजबूत होती है.
हरी सब्जियां
हरी सब्जियों का सेवन फेफड़ों के लिए भी फायदेमंद है. इसके साथ ही हरी सब्जियों के सेवन से फेफड़ो में कफ नहीं जमा हो पाता है. इससे अस्थमा के रोगियों में अटैक आने की जोखिम में कमी आती है. वहीं हरी सब्जी इम्यून सिस्टम को भी बेहतर करती है.
Disclaimer : यह आलेख एक्सपर्ट्स की राय के आधार पर लिखी गई है. इस संबंध में उचित सलाहकार से सलाह जरुर लें.