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रांची/डेस्क: सर्दियां आ गई हैं और कड़ाके की ठंड जल्द ही शुरू हो सकती है. यह मौसम कई लोगों को भाता है, लेकिन सेहत के लिहाज से इस समय ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है. ठंड का मौसम वायरस और बैक्टीरिया के लिए अनुकूल होता है, जो इस दौरान तेजी से सक्रिय हो जाते हैं. साथ ही, धूप की कमी से शरीर में विटामिन D की कमी हो सकती है, जिससे इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है. ऐसी स्थिति में लापरवाही सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती है. इस मौसम में कई खतरनाक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
आइए जानें उन बीमारियों और उनसे बचने के उपायों के बारे में:
1. निमोनिया (Pneumonia)
सर्दी के मौसम में निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है. यह फेफड़ों की गंभीर बीमारी है, जो जानलेवा हो सकती है. वायरल, बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन, प्रदूषण और धूम्रपान से इस बीमारी का जोखिम बढ़ता है. इसके लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, खासकर बच्चों में यह अधिक खतरनाक हो सकता है.
2. हार्ट डिजीज (Heart Disease)
सर्दी में दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि ठंड के कारण रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती हैं, जिससे दिल पर अधिक दबाव पड़ता है. इससे हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट फेलियर जैसे गंभीर और जानलेवा समस्याएं हो सकती हैं.
3. अस्थमा (Asthma)
ठंड के मौसम में अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. अस्थमा से छाती में दर्द, खांसी, थकान, कमजोरी, और हार्ट रेट में बदलाव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जो जीवन के लिए खतरे की स्थिति बन सकती हैं.
4. डेंगू (Dengue)
बारिश के बाद भी ठंड के मौसम में डेंगू के मच्छर सक्रिय रहते हैं, जिससे डेंगू का खतरा बना रहता है. अगर इस बीमारी में लापरवाही बरती जाए, तो प्लेटलेट्स का स्तर बहुत गिर सकता है, जिससे ब्लीडिंग हो सकती है, जो जानलेवा हो सकता है.
सर्दियों में खतरनाक बीमारियों से बचने के उपाय:
1. सर्दी के मौसम में वैक्सीनेशन से कई खतरनाक बीमारियों का खतरा कम किया जा सकता है.
2. ठंड में साफ-सफाई का ध्यान रखें ताकि बैक्टीरिया और वायरस से बचा जा सके.
3. गर्म कपड़े पहनें और गर्म चीजें खाएं ताकि शरीर गर्म रहे.
4. नियमित एक्सरसाइज से शरीर को गर्म और सक्रिय रखें.
5. जो लोग किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, वे डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयां समय पर लें और सलाह का पालन करें.
नोट: यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसी भी उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.