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रांची/डेस्क: टेंडर कमीशन घोटाला मामले में निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के चचेरे भाई आलोक रंजन की जमानत याचिका पर सुनवाई पूरी हो गई है. पीएमएलए की विशेष कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है. ईडी ने आलोक रंजन को 11 अप्रैल 2023 को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद से ही वह जेल में बंद है. अलोक रंजन पर वीरेंद्र राम के नाजायज धन को छुपाने का आरोप है. टेंडर कमीशन घोटाला मामले को लेकर ईडी ने 21 और 22 फरवरी 2023 को बड़ी कार्रवाई की थी.
निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के रांची जमशेदपुर, पटना, दिल्ली समेत कई ठिकाने पर की थी छापेमारी. छापेमारी में कई अहम दस्तावेज और संपति मिली थी. ईडी के आकलन में वीरेंद्र राम के पास 100 करोड़ से अधिक की अवैध संपति है. छापेमारी के बाद 22 फरवरी 2023 को ईडी ने वीरेंद्र राम को गिरफ्तार किया था. इसी से जुड़े मामले में ईडी ने 6 मई 2024 को दूसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री आलमगीर आलम, उनके आप्त सचिव रहे संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.