प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्कः जिले के चौपारण में सड़क दुर्घटना में मौत के बाद स्थानीय लोगों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के चलते पुलिस ने 16 नामजद और 100 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. यह घटना 17 जुलाई को हुई, जब एक पिकअप वैन की चपेट में आकर दूध विक्रेता जगदीश यादव की मृत्यु हो गई थी. घटना के बाद, पेटादारी और पिपरा गांव के निवासियों ने मुआवजे की मांग करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग-2 (एनएच-2) को जाम कर दिया.
पुलिस जब जाम हटाने पहुंची, तो भीड़ ने उनके साथ बदसलूकी की और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए चौपारण थाने के प्रभारी दीपक कुमार सिंह को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा, जिसके बाद जाम हटाकर यातायात को पुनः बहाल किया गया। नामजद व्यक्तियों में संतोष यादव (पिता कैलाश यादव), दीनानाथ महतो (पिता कृष्णा महतो), मुकेश यादव (पिता ठकुरी यादव), सिकंदर यादव (पिता धानो यादव), सूरज यादव, सौरभ यादव (पिता प्रेम यादव), राहुल भूइयां (पिता शंकर भूइयां), सुभांशु यादव (पिता रामदयाल यादव), प्रभाकर यादव (पिता हुलास यादव), ललन महतो (पिता गिरधारी महतो), दिनेश महतो (पिता कृष्णा महतो), द्वारिकानाथ प्रसाद, प्रेम यादव (पिता मिसर यादव), शंकर यादव (पिता चन्द्रदेव यादव) - सभी पेटादरी, थाना-मयूरहंड, जिला-चतरा निवासी, पवन राणा (पिता राजकुमार राणा), नीरज साव (पिता सत्रुधन साव) - दोनों ग्राम पिपरा थाना चौपारण निवासी शामिल है.
स्थानीय लोगो ने बताया कि जगदीश यादव, जो दूध विक्रेता थे, की सड़क दुर्घटना में मौत से स्थानीय लोग काफी आक्रोशित हो गए. उन्होंने प्रशासन से उचित मुआवजा देने की मांग की. इसके लिए उन्होंने एनएच-2 को जाम कर दिया, जिससे यातायात बाधित हुआ. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद स्थिति नियंत्रण में आई और आवागमन को पुनः शुरू किया गया. थाना प्रभारी दीपक कुमार सिंह ने बताया कि जाम के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस के साथ बदसलूकी की और उनके खिलाफ नारेबाजी की. इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर जाम को हटाया. इस घटना के संबंध में 16 नामजद और 100 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस अब इन आरोपियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई कर रही है. इस घटना ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन की महत्वपूर्णता को उजागर किया है. प्रशासन से उम्मीद है कि वह इस मामले में उचित कदम उठाकर प्रभावित परिवार को न्याय दिलाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएगा.