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रांची/डेस्क: आज पूरा देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. 1950 में भारत वर्ष का संविधान लागू होने के बाद पहला गणतंत्र दिवस मनाया गया था जिसमें देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने गणतंत्र दिवस के राजकीय समारोह में भाग लिया था. इस दौरान उन्होंने सुबह के साढ़े 10 बजे 31 तोपों की सलामी दी थी और परेड की सलामी ली थी. इसके बाद गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन दरबार हॉल में भी किया गया था. आपको बता दें, दिल्ली स्थित राजपथ के नाम में बदलकर कर्तव्यपथ कर दिया गया है जहां आज देश का 75वां गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) मनाया जा रहा है.
साल 1950 में आयोजित हुए पहले गणतंत्र दिवस के परेड में आर्मी, नेवा और एयरफोर्स के जवानों ने ऐसी धुन बजाई थी जिसे सुनकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो गए थे. इस अवसर पर देशभर के लाखों भारतीय नागरिकों ने हिस्सा लिया था साथ ही अंग्रेजों के गुलामी के काले दिनों को भूलते हुए नए भारत वर्ष की इबारत लिखने का प्रण (संकल्प) लिया था. जहां देश के हर एक भारतीय निवासी के लिए सम्मान और बराबरी जैसे मूलतत्वों को अपनाने का निर्णय लिया गया था.
पहले गणतंत्र दिवस में राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने परेड का निरीक्षण
बता दें, 26 जनवरी 1950 को भारत का नवनिर्मित संविधान को लागू किया गया था. जिसने 1935 के अधिनियम को देश के सर्वोच्च शासकीय दस्तावेज के तौर पर प्रतिस्थापित किया. वहीं इस डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने औपचारिक तौर पर भारत देश के प्रमुख के रुप में ब्रिटिश सम्राट की जगह लेते हुए देश के पहले राष्ट्रपति के रुप में अपने पहले कार्यकाल की शुरूआत की थी. वहीं साल 1950 में पुराना किला के सामने इरविन एम्पीथिएट में गणतंत्र दिवस की परेड आयोजित की गई थी. जिसे अब मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम के नाम से जाना जाता है. यहां देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने परेड का निरीक्षण किया था और इस समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो शामिल हुए थे.
आज के समारोह में मुख्य अतिथि के रुप शामिल है फ्रांस के राष्ट्रपति
वहीं आज पूरा भारत वर्ष अपना 75वें गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहा है. इस अवसर पर दिल्ली के राजपथ (जो अब कर्तव्यपथ के नाम से जाना जाता है) में भव्य समारोह का आयोजन किया गया है. यहां देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने झंडोत्तोलन किया जबकि इस समारोह के लिए मुख्य अतिथि के रुप में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन देश के मुख्य अतिथि के रुप में मौजूद है.