न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: 1 अगस्त को हर साल लंग कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए World Lung Cancer Day मनाया जाता है. आजकल स्मोकिंग और ड्रिंकिंग जैसी खराब आदतों की कब्जे में अधिकतर युवा अपनी जिंदगी से खेल रहे है. मगर आजकल सिगरेट के अलावा कई और चीजें भी है जो लंग कैंसर का कारण बन रहे है.
Passive Smoking
एक्सपर्ट्स की माने तो सिगरेट पीना शरीर के लिए जानलेवा तो होता ही है, लेकिन सिगरेट का सेवन कर रहे व्यक्ति के पास बैठकर बातचीत करने से भी फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है. इसके साथ ही सिगरेट के धुएं से कई जहरीले केमिकल्स निकलते है, ये सांस लेने पर हमारे फेफड़ो में चले जाते है और हमें नुकसान पहुंचा सकते है.
Radon Gas
रेडॉन गैस गंधहीन, रक्तहीन और रेडिओएक्टिव गैस है. यह गैस मिट्टी और चट्टानों में पाई जाती है. यह गैस घर में जमा हो सकती है. जिससे सांस लेने पर फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
Air Pollution
कई हानिकारक कण गाड़ियों, उधोगों और बिजलीघर से निकलने वाले प्रदुषण में होते है. ये हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते है.
Asbestos
एस्बेस्टस एक खनिज है. इसका इस्तेमाल कन्स्ट्रक्शन में किया जाता था. इसके रेशे सांस लेने पर फेफड़ों में जमा हो जाते हैं. इसकी वजह से फेफड़ों के कैंसर होने का डर रहता है.
Chemical
एजेंट ऑरेंज, एरोसोल स्प्रे और कुछ औद्योगिक रसायन, हमारे फेफड़ों के कैंसर का खतरा बन सकते है.
Radiation
फेफड़ों का कैंसर रेडिएशन थेरेपी या कुछ अन्य प्रकार के रेडिएशन के संपर्क में आने पर भी हो सकता है.
Genetic कारण
कुछ लोगों में फेफड़ों के कैंसर का खतरा अधिक इसलिए रहता है क्योंकि इसके जेनेटिक कारण हो सकते है. अगर परिवार में पहले किसी को फेफड़ों का कैंसर रहा हो तो ऐसे में उसके परिवार के अन्य लोगों को भी फेफड़ों का कैंसर हो सकता है.
फेफड़ों को हेल्दी कैसे रखा जाए ?
1. फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए सबसे जरुरी हैं धुम्रपान छोड़ना.
2. ज्यादा से ज्यादा कोशिश करें स्वच्छ हवा में सांस लेने की.
3. वायु प्रदूषित क्षेत्रों में मास्क का इस्तेमाल करें.
4. घर में साफ-सफाई रखें और कहीं भी धुल इत्यादि को जमने न दें.
5. नियमित एक्स्सरसाइज करें, इससे लंग्स का स्वास्थ्य बेहतर होता है.
6. डॉक्टर से नियमित जांच करवाएं.
Disclaimer: यह आलेख एक्सपर्ट्स की राय के आधार पर लिखी गई है. इस संबंध में उचित सलाहकार से सलाह लें.