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रांची/डेस्क: भारत के कई ऐसे मोस्ट वांटेड अपराधी हैं जो किसी न किसी दूसरे देशों में छिपे हुए हैं. ऐसे में भारत लगातार वैसे लोगों को अपने देश लाने के प्रयास में जुटा हुआ है. ऐसा ही एक मोस्टवांटेड आतंकवादी है तहव्वुर हुसैन राणा. आखिरकार भारत को तहव्वुर राणा को लाने की हरी झंडी मिल गयी है. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने मोस्ट वांटेड आतंकी की अर्जी खारिज कर दी. कोर्ट ने भारत को प्रत्यर्पित करने की मंजूरी भी दे दी है. तहव्वुर हुसैन राणा दरअसल पाकिस्तानी मूल का है, लेकिन वह कनाडा में व्यवसाय करता है. पाकिस्तानी सेना में वह डॉक्टर भी रह चुका है. 2008 मुंबई हमलों में करीब 160 लोग मारे गये थे. इस हमले के लिए भारत में राणा मोस्ट वांटेड आंतकी है. राणा को वर्ष 2009 में डेनमार्क में आतंकी साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
अर्श दल्ला, अनमोल बिश्नोई, विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, संजय भंडारी, सौरभ चंद्राकर भी वांटेड
राणा के अलावा कई ऐसे अपराधी हैं जो भारत में कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए विभिन्न देशों का सहारा ले रहे हैं. खलिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श दल्ला पर भारत में 50 से अधिक मामले दर्ज हैं. इन मामलों में आतंकी घटनायें, हत्या, हत्या के प्रयास और जबरन वसूली जैसे मामले शामिल हैं. अर्शदीप इनदिनों कनाडा में रह रहा है. इधर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई अनमोल बिश्नोई इन दिनों अमेरिका में है. वह भी भारत के मोस्ट वांटेड अपराधियों में शामिल है. सिद्धू मूसेवाला और बाबा सिद्दिकी हत्याकांड में अनमोल की संलिप्तता मानी जाती है.
विजय माल्या कर्ज डिफॉल्टर के मामले में भारत में वांटेड हैं. वर्ष 2016 में ही वो भारत छोड़कर इंग्लैंड भाग गये थे. उनपर 9 हज़ार करोड़ के बैंक कर्ज को हड़पने का आरोप है. नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ 14 हज़ार करोड़ के बैंक लोन के धोखाधड़ी का आरोप है. नीरव इन दिनों इंग्लैंड में तो मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ में शरण ले रखी है. आर्म्स एक्ट डील में कंसल्टेंट रहे संजय भंडारी भी हेराफेरी के आरोप में भारत में वांटेड हैं. वो इन दिनों यूनाइटेड किंगडम में रहता है. वहीं महादेव बेटिंग एप से चर्चित हुए सौरभ चंद्राकर मनी लॉड्रिंग के आरोप में वांटेड है और इन दिनों दुबई में छिपकर बैठा हुआ है. इन सबके अलावा भी कई ऐसे अपराधी हैं जो भारत में कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए विदेशों में जा छिपे हैं. भारत लगातार ऐसे लोगों को भारत प्रत्यर्पित करने के लिए प्रयास कर रहा है.