अमित दत्ता/न्यूज़11 भारत
बुंडू/डेस्क: जंगल-जमीन व आदिवासी के अधिकारों के लिए लड़ने वाले युवा योद्धा शहीद कॉ परमेश्वर सिंह मुंडा के 35 वें शहादत दिवस पर उनके पैतृक गांव में श्रद्धांजली दी गई. बुंडू में कॉलेज मोड़ से सैकड़ों की संख्या में मार्च किया गया. मार्च में कॉ० परमेश्वर सिंह मुण्डा अमर रहे, नए फौजदारी कानून रद्द करो, रायसा जलाशय परियोजना रद्द करो, कॉरपोरेट-फासीवादी ताकतों को ध्वस्त करो आदि जोरदार नारे लगाए गए. कॉलेज मोड़ स्थित शहीद के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई.
सभा को संबोधित करते हुए माले राज्य सचिव मनोज भक्त ने कहा - संघ-भाजपा के हाथों में देश की संस्थाएं हैं जहां ना पुल सुरक्षित है, ना छत सुरक्षित है, ना रेल सुरक्षित है, ना परीक्षा सुरक्षित है, ना चुनाव सुरक्षित है, ना नागरिक अधिकार, ना बच्चे, ना महिलाएं. सदन में विपक्ष की संख्या बढ़ी है, लेकिन सड़कों पर आंदोलनों को और बड़ा करना होगा. साथ ही कहा हेमंत के जेल से बाहर आने और फिर मुख्यमंत्री बनने से भाजपा को झारखंड में चक्का लगेगा. जिला सचिव जगमोहन महतो ने कहा नए फौजदारी कानून से संविधान प्रदत्त नागरिक स्वतंत्रता व अधिकार का हनन होगा मतलब इनके संविधान संशोधन के एजेंडे को अप्रत्यक्ष तरिके से लागू किया जा रहा है. एरिया सचिव सुखदेव मुंडा ने कहा शहीद कॉ० परमेश्वर के रास्ते पर आगे बढ़कर ही जंगल-जमीन-लोकतंत्र की रक्षा की जा सकती है.
मौके पर ये लोग रहे मौजूद
सभा में मोहन दत्ता, गौतम मुंडा, संतोष मुंडा, सिमैला मुंडा,ठाकुरा मुंडा, दामोदर प्रजापति, दिलीप मांझी,अम्लकांत महतो, पूर्णचंद्र मुंडा, रामेश्वर मुंडा, गुरुवा मुंडा, लखिमनी मुंडा, गिरीबाला मुंडा,पार्वती मुंडा, जोगेन मुंडा, लखिन्द्र मुंडा, कालीपद मुंडा, शंकेश्वर महतो, दुलाल मुण्डा सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.