न्यूज11 भारत
रांची/डेस्क: झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड के खाते से 44 करोड़ रुपए फर्जी तरीके से झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के खाते में ट्रांसफर कर दिए गए. बता दे कि इस घटना के बाद से निगम के अधिकारियों में हड़कंप मच गया, क्योंकि यह पैसा पेंशनर्स ट्रस्ट का था. पेंशनर्स ट्रस्ट के खाते में करीब 150 करोड़ रुपए जमा थे, जिसमें से 44 करोड़ रुपए जेटीडीसी के खाते में ट्रांसफर कर दिए गए. पिछले दो दिनों से ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड और बैंक के अधिकारी मामले की गहन जांच कर रहे हैं.
साइबर अपराध का संदेह
जांच के दौरान इस बात की पुष्टि हुई है कि जेटीडीसी के खाते में ऊर्जा निगम के 44 करोड़ रुपये जमा हुए हैं. हालांकि, पूरी रकम का खुलासा करने से पहले अधिकारी अभी दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं. वही सूत्रों का कहना है कि ऐसा गलती से हुआ होगा और बैंक मैनेजर भी जांच में सहयोग कर रहा है.लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि संभव है कि साइबर अपराधियों ने पहले भी जेटीडीसी के नाम से अकाउंट से छेड़छाड़ की है. इसी तरह ऊर्जा निगम की राशि को फर्जी खाते में ट्रांसफर करने की कोशिश की गई होगी, लेकिन यह राशि जेटीडीसी के असली खाते में चली गई और मामले का खुलासा हो गया. फिलहाल, इस साइबर अपराध की जांच चल रही है.