तीन साल से गुहार लगाने के बाद भी पर्याप्त आपूर्ति नहीं, कालाबाजारी को मिला प्रोत्साहन, बाजार से टिकट गायब
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: राज्य के अन्य जिलों जहां एक ओर भरपूर मात्रा में कोर्ट फीस के लिए टिकट मिल रहा है, वहीं हजारीबाग में पिछले 2 सालों से भी अधिक समय से अधिवक्ता कोर्ट फीस के रूप में जमा करने वाले टिकट की कमी से जूझ रहे हैं. बाजार से 5, 10 और 20 के टिकट नगण्य में हो गए हैं. टिकट को लेकर बार एसोसिएशन की ओर से पहल और आंदोलन की धमकी दी गई, परंतु यह भी काम नहीं आया. ऐसा नहीं है कि टिकट को लेकर प्रयास नहीं किए गए. उपायुक्त को भी कई बार दस्तावेज नफीस संघ, बार संघ आदि के माध्यम से टिकट उपलब्ध कराने की मांग की गई. परंतु आज भी यहां मांग हवा हवाई ही है.
ज्ञात हो कि कचहरी के कार्य में 5, 10 और 20 के टिकट कोर्ट फीस के रूप में आवेदन पेपर के साथ संलग्न किए जाते हैं. परंतु पिछले तीन सालों से हजारीबाग कचहरी से टिकट गायब है और इसके लिए अधिवक्ताओं को भारी मशक्कत करनी पड़ रहा है. कचहरी में सामान्य रूप से तो नहीं लेकिन ब्लैक मार्केटिंग के रूप में टिकट उपलब्ध है. पांच का टिकट सात रुपए में, 10 का टिकट 12 में और 20 का टिकट 25 रुपए में कचहरी में काला बाजारी के रूप में बिक्री की जा रही है.
अगस्त माह में टिकट की कालाबाजारी को लेकर हजारीबाग बार के अध्यक्ष ने उपायुक्त से टिकट बुकिंग करने की मांग की थी और न होने पर आंदोलन करने की धमकी दी थी. अब मांग के 11 माह के बाद भी कचहरी से टिकट गायब है और समस्या आज भी बरकरार है. टिकट को लेकर कई बार अनुरोध किया गया. उपायुक्त से भी कई बार गुहार लगाई गई. परंतु समस्या का निराकरण नहीं हुआ. इससे न्यायिक कार्य में बाधा आ रही है.