न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: पिछले कुछ दिनों से उत्पाद विभाग की भर्ती प्रक्रिया चल रही है. इस बहाली में सफल होने के लिए छात्रों को 1 घंटे में 10 किलोमीटर के दौड़ पूरी करनी होती है. इस दौड़ में कई बच्चे गंभीर रूप से बीमार पड़ रहे हैं, वहीं राज्यभर में चार बच्चों की मौत भी हो चुकी है.
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि यह राज्य सरकार का तुगलकी फरमान ही है कि पहले तो 5 वर्ष में नौकरी का वादा पूरा नहीं कर सके और जब युवाओं का आक्रोश सड़कों पर दिखा और विपक्ष का दबाव बढ़ा तो आनन-फानन में उत्पाद सिपाही की भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी.
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि भादो की उमस भारी गर्मी में 1 घंटे में 10 किलोमीटर की दौड़ को पूरा करने में न जाने कितने बच्चे गंभीर रूप से बीमार हो गए. चार बच्चों की जान भी चली गई है. राज्य के युवा सरकारी नौकरी को पाने के लिए अपने जान दांव पर लगाने तक को मजबूर हैं. राज्य सरकार की संवेदना मर चुकी है.
अमर कुमार बाउरी ने राज्य सरकार से मांग किया है कि इस दौड़ में जितने भी छात्रों की मौत हुई है उनके परिजनों को अविलंब मुआवजा प्रदान करें. साथ ही एक मेडिकल टीम गठित कर इस दौर में सही मानकों की प्रक्रिया को पूरा करें, उनके बाद ही दौड़ करवाये.
ये भी पढ़ें- हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख में बदलाव, 1 की जगह 5 अक्टूबर को होगा मतदान