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रांची/डेस्क: हिचकियां एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया हैं, लेकिन अक्सर लोग इसे किसी गुप्त संकेत या अजीब वजह से जोड़ते हैं. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से हिचकियों का सीधा संबंध सांस की प्रक्रिया से है. यह तब होती हैं जब डायाफ्राम और पसलियों की मसल्स में असामान्य संकुचन होता है. यह संकुचन आमतौर पर पेट और फेफड़ों के बीच होता है, जिससे हिचकी की आवाज उत्पन्न होती है. हिचकियों के सामान्य कारणों में शामिल हैं.
- बहुत जल्दी या अधिक खाना
- नर्वस या एक्साइटेड होना
- कार्बोनेटेड ड्रिंक्स या शराब का अधिक सेवन
- तापमान में अचानक बदलाव
- च्यूइंगगम चबाते समय हवा निगलना
लंबे समय तक हिचकियों का कारण
जब हिचकियां लंबे समय तक बनी रहती हैं, तो यह संभावित रूप से कुछ गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है:
- नर्व डैमेज: लंबे समय तक हिचकियों का अनुभव वेगस नर्व या फ्रेनिक नर्व के डैमेज का संकेत हो सकता है, जो विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है.
- सेंट्रल नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर: ट्यूमर या संक्रमण के कारण सेंट्रल नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे हिचकियां उत्पन्न होती हैं.
- मेटाबॉलिक डिसऑर्डर: अत्यधिक शराब का सेवन, शुगर की समस्या, या गुर्दे की बीमारियां भी लंबे समय तक हिचकियों का कारण बन सकती हैं.
हिचकियों को रोकने के उपाय
हिचकियों को रोकने के लिए कुछ सरल उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- ठंडा पानी पिएं: ठंडा पानी डायाफ्राम को शांत करता है और हिचकियों को रोकने में मदद कर सकता है.
- सांस रोकें: कुछ समय के लिए अपनी सांस रोकने की कोशिश करें; यह भी हिचकियों को कम कर सकता है.
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