न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: शहद का सेवन कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, जैसे कि यह जीवाणुरोधी, एंटीफंगल और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है. अमेरिका के नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक शोध रिपोर्ट के अनुसार, शहद में प्रोटीन, अमीनो एसिड, विटामिन, एंजाइम और खनिज जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं.
आयुर्वेद में भी शहद का विशेष महत्व है, खासकर जब इसे शुद्ध रूप में दवाओं के साथ उपयोग किया जाता है. सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी समस्याओं में भी शहद सहायक माना जाता है. मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए यह बेहद फायदेमंद है. हालांकि, इन दिनों बाजार में शहद में मिलावट की समस्या बढ़ गई है. इसलिए शुद्ध शहद की पहचान करना बेहद जरूरी हो जाता है ताकि हम इसके फायदे पा सकें.
यहां कुछ तरीके दिए जा रहे हैं, जिनसे आप शहद की असलियत जान सकते हैं:
1. अंगूठे पर शहद लगाकर पहचानें
शहद की कुछ बूंदें अपने अंगूठे पर लगाएं. अगर शहद अंगूठे पर फैल जाता है जैसे कोई सामान्य तरल पदार्थ, तो समझ जाइए कि वह नकली है. असली शहद गाढ़ा होता है और फैलता नहीं है.
2. वाटर टेस्ट से शहद की पहचान
एक गिलास पानी में एक चम्मच शहद डालें. यदि शहद पानी में घुल जाता है, तो वह नकली होगा. शुद्ध शहद गाढ़ा और मोटा होता है, और पानी में डालने पर यह तल में जाकर जम जाएगा.
3. सिरके से पहचानें शहद
सिरके के पानी में शहद की कुछ बूंदें डालें. अगर मिश्रण से झाग बनते हैं, तो शहद नकली है. असली शहद में यह प्रतिक्रिया नहीं होती.
4. हीट टेस्ट से असली शहद की पहचान
शहद जलता नहीं है, यानी उसमें आग नहीं लगती. एक माचिस की तीली को शहद में डुबाकर जलाएं. यदि तीली जलती है, तो शहद मिलावटी है. इन सरल तरीकों से आप शुद्ध और नकली शहद में फर्क कर सकते हैं और अपनी सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं.