केस अपने हाथ में लेने के बाद से अब तक सीबीआई 33 जगहों पर छापेमारी कर चुकी है. 36 लोग गिरफ्तार
प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्कः NEET UG 2024 परीक्षा पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच के संबंध में एजेंसी की ओर से बयान जारी किया हैं. बयान में मीडिया के एक वर्ग में अटकलबाजी और झूठी रिपोर्टों का खंडन किया गया है. एजेंसी की ओर से कहा गया है कि धारा 407/408/409 के तहत दर्ज केस नंबर 358/2024, दिनांक 05.05.2024 को अपने कब्जे में लेने के बाद, 23-06-2024 से नीट यूजी 2024 प्रश्न पत्र की चोरी और लीक के आरोपों की जांच सीबीआई कर रही है. बयान में जांच से जुड़े कई तथ्यो का खुलासा किया गया है.
ओएसिस स्कूल के प्राचार्य/उप प्राचार्य ने अनधिकृत लोगो को दी थी प्रवेश की इजाजत
जांच से पता चला है कि एनईईटी (यूजी) 2024 प्रश्न पत्र 05.05.2024 को सुबह ओएसिस स्कूल, हज़ारीबाग, झारखंड से पंकज कुमार उर्फ आदित्य @ साहिल नामक व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से प्राप्त किया गया था, जो एनईईटी पेपर के मास्टरमाइंड में से एक है. यह मामला हज़ारीबाग़ एनटीए सिटी कोऑर्डिनेटर सह ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और ओएसिस स्कूल के केंद्र अधीक्षक सह ओएसिस स्कूल के वाइस प्रिंसिपल और हज़ारीबाग़ के एक अन्य सहयोगी की मिलीभगत से हुआ है.
फरार चल रहे पंकज का पता लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. स्कूल के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया गया है. आधे जले प्रश्नपत्रों के बरामद किए गए टुकड़ों ने सीबीआई को निर्दिष्ट एनईईटी परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में मदद की, जहां से यह लीक हुआ था. NEET UG 2024 प्रश्न पत्रों वाले ट्रंक को स्कूल में लाया गया और 05-05-2024 की सुबह नियंत्रण कक्ष में रखा गया. ट्रंक आने के कुछ मिनट बाद, उपरोक्त प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल ने अनाधिकृत और अवैध रूप से ऊपर बताए गए मास्टरमाइंड को उस कमरे में जाने की अनुमति दी, जहां ट्रंक रखे गए थे. ट्रंक खोलने और ट्रंक से प्रश्नपत्रों तक पहुंचने के लिए इस्तेमाल किए गए अत्याधुनिक उपकरण जब्त कर लिए गए हैं.
प्रश्नपत्र साल्वरो ने हजारीबाग में किए थे लीक प्रश्नपत्र को हल
एनईईटी प्रश्न पत्र तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त करने के बाद, इसे 5 मई 2024 की सुबह सॉल्वरों के एक सेट के माध्यम से हजारीबाग में हल किया गया था और हल किए गए पेपर को कुछ चयनित छात्रों के साथ साझा किया गया था जिन्होंने आरोपियों को पैसे दिए थे. सभी सॉल्वर, जो प्रतिष्ठित कॉलेजों के एमबीबीएस छात्र हैं, की पहचान कर ली गई है और उनमें से अधिकांश को गिरफ्तार कर लिया गया है.
साजिश के तहत इन सॉल्वरों को खास तौर पर हजारीबाग लाया गया था. आरोपी पंकज ने कुछ अन्य मास्टरमाइंडों के साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया, जिनकी पहचान कर ली गई है और उनमें से कई को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस समूह को आरोपी व्यक्तियों के एक समूह द्वारा सक्रिय रूप से सहायता प्रदान की गई थी, जिन्होंने उम्मीदवारों के आवास के लिए स्थानों की व्यवस्था की थी, आरोपियों का एक अन्य समूह उम्मीदवारों को इकट्ठा करने और लाने-ले जाने में शामिल था.
हल किए गए प्रश्नपत्र तक पहुंचने वाले अभ्यर्थियों का पता लगाया जा रहा है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.केस अपने हाथ में लेने के बाद से अब तक सीबीआई 33 जगहों पर छापेमारी कर चुकी है. इस मामले में अब तक 36 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें 15 बिहार पुलिस द्वारा शामिल हैं. अब तक कई आपत्तिजनक साक्ष्य जुटाए जा चुके हैं. प्रतिदिन के आधार पर जांच जारी है. बता दें कि मीडिया के एक वर्ग में सीबीआई जांच को लेकर खबरें आई हैं. नीट 2024 परीक्षा का मामला जो अटकलबाजी, गलत सूचना और झूठ है. यह सलाह दी जाती है कि ऐसी रिपोर्टों के प्रकाशन से पूरी तरह बचा जा सकता है क्योंकि इससे निराधार जाल बनता है. गलत सूचना/राय.
यह न केवल विशेष रूप से सम्मानित पाठकों/दर्शकों के लिए हानिकारक है. सामान्य रूप से समाज के लिए. सीबीआई के पास अपने प्रमुख के कार्यालय के माध्यम से जानकारी साझा करने का एक औपचारिक तंत्र है. सूचना अधिकारी एवं हित को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर आवश्यक सूचनाएं साझा करते हैं. जांच की सत्यनिष्ठा को लेकर इसलिए यह सलाह दी जाती है कि केवल सीबीआई द्वारा अपने अधिकारी के माध्यम से ही जानकारी साझा की जाए. तंत्र पर भरोसा किया जा सकता है.