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रांची/डेस्क: झारखंड के चतरा शहर में हुए चर्चित अंकित गुप्ता हत्याकांड में पुलिस ने बड़ी सफलता प्राप्त की है. सदर थाना पुलिस ने हत्या के मास्टरमाइंड सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू और बांस के डंडे समेत अन्य संदिग्ध सामान भी बरामद किए गए हैं. जल्द ही चतरा पुलिस इस मामले पर प्रेस वार्ता कर विस्तृत जानकारी दे सकती है.
घटना का विवरण
यह घटना गुरुवार रात चतरा शहर के मेन रोड पर स्थित पत्थलदास मंदिर के पास हुई थी. जानकारी के अनुसार, दीभा मुहल्ला निवासी अंकित गुप्ता (पिता: संतोष गुप्ता) पर 7-8 लोगों के एक समूह ने अचानक हमला कर दिया. हमलावरों ने अंकित पर चाकू और बांस के डंडे से घातक प्रहार किए, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत रांची के रिम्स (रांची इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) में भर्ती कराया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.
पुलिस की कार्रवाई
हत्याकांड के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की. इस मामले का खुलासा करने के लिए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया, जिसमें तकनीकी सेल की सहायता ली गई. कुछ ही घंटों में कई संदिग्धों की पहचान हो गई थी, लेकिन शुरूआत में सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर थे. एसआईटी ने झारखंड और पश्चिम बंगाल के विभिन्न इलाकों में छापेमारी की और पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की. पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस हत्याकांड को कुल दस अपराधियों ने अंजाम दिया था, जिनमें से पांच अब हिरासत में हैं. शेष फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है.
हत्या में इस्तेमाल हथियार बरामद
पुलिस ने हत्याकांड में प्रयुक्त चाकू और बांस के डंडे को बरामद किया है. यह बरामद सामान हत्या के महत्वपूर्ण साक्ष्य माने जा रहे हैं. फिलहाल, गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है, जिससे पुलिस को अन्य फरार अपराधियों तक पहुंचने में मदद मिलने की उम्मीद है.
जनता का आक्रोश
अंकित की हत्या के बाद उनके परिजनों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया. शुक्रवार को घटना के विरोध में परिजनों और ग्रामीणों ने शहर की सभी दुकानों को बंद करा दिया और केशरी चौक पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. परिजनों ने हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की और पुलिस पर कार्रवाई में देरी का आरोप लगाया.
अंतिम संस्कार और परिवार का दुख
शुक्रवार देर शाम अंकित का पार्थिव शरीर रिम्स से उनके घर लाया गया. इस दौरान परिजनों का रोना और चीख-पुकार माहौल को गमगीन कर रहा था. शनिवार सुबह हेरू नदी तट पर स्थित श्मशान घाट में अंकित का अंतिम संस्कार किया गया. अंकित अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था, और उसकी मृत्यु से परिवार का एकमात्र सहारा छिन गया. इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है, और परिजनों के साथ-साथ स्थानीय लोग भी हत्यारों को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं.
आगे की जांच
पुलिस इस मामले में तकनीकी साक्ष्यों और गवाहों के बयानों के आधार पर आगे की जांच कर रही है. हत्या के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस इसे आपसी रंजिश या पुरानी दुश्मनी से जोड़कर देख रही है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद इस मामले में और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.