न्यूज11 भारत
रांची/डेस्क: Coal India की कई इकाइयों में जरूरत से ज्यादा कर्मचारी हैं. इसे देखते हुए सरप्लस कर्मियों को अन्य इकाइयों में तबादलात करने की योजना बनाई गई है. इस मामले में कोल इंडिया चेयरमैन पीएम प्रसाद के नेतृतव में हुई इकाइयों के सीएमडी की बैठक में इस प्रस्ताव पर विचार-विमर्श किया गया और हरी झंडी दे दी गयी. अच्छी और गौर करने वाली बात यह है कि जिस कर्मचारी (Employee) को दूसरी यूनिट में स्थानांतरण किया जाएगा उसे बढ़ावा के तौर पर 1 लाख रुपये और ट्रांसफर भत्ता दिया जाएगा.
असल में, मैनपावर बजट में हमेशा ऐसा दिखता है कि भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (Bharat Coking Coal Limited) और ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (Eastern Coalfield Limited) में आवश्यकता से अधिक ज्यादा कर्मचारी है. इस प्रक्रिया से इन कर्मियों का समायोजन संभव हो सकेगा. कंपनी को भी लाभ होता है. जो भी कर्मी अपने इच्छा से बदली करना पसंद करेंगे उन सभी से ट्रांसफर आवेदन लिये जायेंगे. ईसीएल ने प्रस्ताव पर मरज़ी जताते हुए कोयला मंत्रालय को भेज दिया है.
Coal India को कोयला मंत्री की सहमति का इंतजार
बता दें, कोल इंडिया भी प्रस्ताव पर सहमति जताने के बाद कोयला मंत्री की रजामंदी का वेट करा रहा है. कोल इंडिया मानकीकरण समिति की बैठक में प्रबंधन ने श्रमिक संगठनों को इसकी जानकारी दे दी है. इस वित्तीय वर्ष में बीसीसीएल (BCCL) में 7027 और ईसीएल (ECL) में लगभग 10,000 कोयला कर्मियों को सरप्लस दिखाया गया है. BCCL में 19,00 व ईसीएल में 22,00 कोयला कर्मी रिटायर भी हो जाएं, तो भी शेष सरप्लस ही रहेंगे.