न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: कांके के CO ऑफिस में करीब 10 घंटे की जांच के बाद अब ईडी की टीम ने NIC पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है. ईडी की टीम गुरुवार की दोपहर NIC के कार्यालय पहुंची और सीओ आफिस से बरामद दस्तावेजों के साथ मिलान किया. जानकारों की मानें तो ईडी के हाथ कई पुख्ता सबूत लगे हैं कि जमीनों के दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ कर उनकी मूल प्रवृति ही बदल दी जाती थी. इस पूरे खेल में भारी रुपयों का चढ़ावा चढ़ाया जाता रहा है, जिसमें कई सफेदपोशों के रुपयों को ब्लैक से वाइट किया जाता है. ईडी सूत्रों की मानें तो इस पूरे खेल में मनि लांड्रिंग का जोरदार कारनामा अंजाम दिया गया है.
कमलेश की तलाश तेज
ईडी की टीम ने जमीन कारोबारी कमलेश कुमार की तलाश तेज कर दी है. कमलेश को ईडी ने 3 बार समन दिया लेकिन कमलेश किसी भी समन पर हाजिर नहीं हुआ. ईडी ने अब चौथी बार कमलेश को सम्मन किया है जिसके अनुसार उसे 12 जुलाई को ईडी कार्यालय में उपस्थित होना है. लेकिन इससे पूर्व ही ईडी ने कांके के चामा इलाके में दबिश डाली और कांके रिजार्ट समेत आसपास के घरों में छानबीन भी की. लेकिन कमलेश ईडी के हाथ नहीं लगा.
एक करोड़ नगद और 100 गोलियां हुई थी बरामद
ईडी ने कमलेश के एस्टर ग्रीन अपार्टमेंट के फ्लैट पर रेड मारी थी, जहां से एक करोड़ रुपये नगद और 100 गोलियां बरामद हुई थीं. इस मामले में कांके थाना में भी आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कराया गया है. लेकिन चौंकाने वाली जानकारी यह है कि यह फ्लैट कमलेश ने किराए पर लिया था और किराए के लिए एक कंपनी के नाम का इस्तेमाल किया गया था. सालों पूर्व झारखंड में हुए घोटाले में उस कंपनी के संचालक का नाम भी शामिल था जो फिलहाल दिल्ली में रहता है.
कमलेश के साथ वीके सिंह और इनके अलावा विक्की जायसवाल का भी नाम
कमलेश की तलाश में चामा पहुंची ईडी की टीम के समक्ष स्थानीय आदिवासियों ने कई चौकाने वाले खुलासे किए. उन्होंने ईडी की टीम को बताया कि कमलेश के अलावा विक्की जायसवाल और वीके सिंह नामक दो लोग भी जमीन का कारोबार से जु़ड़े हैं जो लोग हथियार के बल पर जमीन कब्जा करते हैं. इन सभी आरोपियों पर दहशत फैलाने और जमीनों के दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर बदलाव करने का आरोप है.
NIC भी जांच के दायरे में
राज्य में जमीन से जुड़े दस्तावेजों के आनलाइन सत्यापन के लिए NIC पर दायित्व है लेकिन अब जानकारियां मिल रही हैं कि NIC के अधिकारियों की मिलीभगत से आनलाइन दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की जाती है. इस पूरे खेल के लिए NIC के उन संलिप्त लोगों को भी रैकेट में शामिल किया जाता है साथ ही जमीन के धंधे में पार्टनर भी बनाया जाता है.