गौरव पाल/न्यूज़11 भारत
जमशेदपुर/डेस्क: आजकल थोड़े समय में ज्यादा पैसे कमाने के लालच में बहरागोड़ा क्षेत्र के कई युवा ऑनलाइन ओटीपी गेमिंग शिकार होकर अपना समय व धन बर्बाद कर रहे हैं.सर्फ यही नहीं युवाओं ने कम समय में लाखों रुपए कमा कर मालामाल भी हो रहे हैं. गांवों में ऑनलाइन ओटीपी स्कैम का जुनून इस कदर छाया हुआ है कि युवा करोड़पति बनने के सपना देख रहा है और मोबाइल पर ऑनलाइन ओटीपी का लेनदेन खेलकर समय और पैसा बर्बाद कर रहा है. रातों रात अमीर बनने की लालसा के चलते युवाओं में मोबाइल फोन के जरिए ऑनलाइन ओटीपी का खेल की प्रवृत्ति एक बीमारी बनती जा रही है. बिना मेहनत किए, शॉर्ट कट रास्ते से करोड़पति बनने की चाहत आज के दौर के युवाओं को ऑनलाइन ओटीपी के जरिए जुए की लत लगा रही है.
बहरागोड़ा में दर्जनों से ज्यादा गांव के युवा इस तरह की ओटीपी स्कैम करके हो गए है मालामाल
लग्जरी लाइफ स्टाइल, स्टाइलिश बाइक, महंगे मोबाइल पाने की हसरत भी युवाओं को ऑनलाइन ओटीपी स्कैम के जाल में धकेल रही है. एक विशेष सूत्र के मुताबिक बहरागोड़ा प्रखंड के गोपालपुर, धवाचंदरा,जयपुरा,फूलसुंदरी, खेडूआ, ब्रामणकुंडी, वृंदावनपुर , पारूलिया,दरिशोल, खंडामौदा,तथा बंगाल बॉर्डर से सटा हुआ कई गांव के कई सारे सफेद पोश युवा इस तरह का ओटीपी स्कैम वाले गोरोक धंधा में फंसे हुए हैं. बताया गया कि उक्त युवाओं के पास लग्जरी गाड़ी से लेकर महंगे मोबाइल फोन तथा देशी कट्टा भी है.समय समय पर वही देसी कट्टा का इस्तेमाल भी उक्त युवाओं द्वारा लोगों को धमकाने तथा डराने के काम करते हैं. हालांकि जुआ भारत में गैर-कानूनी है लेकिन पैसे के लिए ऑनलाइन ओटोपी गेमिंग बहरागोड़ा एरिया बना हुआ है. युवाओं के परिवारों की शिकायत है कि ऑनलाइन लूडो, रमी, रूलेट, ब्लैक जैक और व्हाट्सएप कैंपियन जैसे इंटरनेट जुआ और ऑनलाइन गेमिंग ओटीपी ने लाखों बच्चों और युवाओं को फंसाया हुआ है.
सूत्र के मुताबिक बहरागोड़ा के उक्त क्षेत्र के युवाओं का सारा डिटेल ईडी के पास जा चुका है.कभी भी ईडी और सीबीआई पहुंचकर इन सफेद पोश युवाओं को गिरफ्तार कर सारा जानकारी हासिल करने के बाद जेल भेज सकते हैं.
इस प्रकार होती है ओटीपी का खेल
एक दिन में हो रहे है 10 से 15 हजार रुपिया का गलत इनकाम. नाम नहीं बताने के शर्त पर एक युवा ने कहा की हमलोग पूरे दिन में ऑनलाइन ओटीपी का स्कैम करके एक दिन में 10 से 15 हजार रुपिया कमा लेते है.लेकिन वही ओटीपी का स्कैम अगर देखा जाए तो लाखों रुपए है . पुरे ओटीपी का खरीद बिक्री ऑनलाइन के माध्यम से होता है.बताया गया की व्हाट्सएप कैंपियन और गो शेयर के नाम से प्रसिद्ध एप के द्वारा हर रोज लाखों का ट्रांजैक्शन उक्त युवाओं द्वारा किया जाता है.पहले युवाओं ने पश्चिम बंगाल के विभिन्न जगहों से ओटीपी व्हाट्सएप के माध्यम से मिल जाता है . उसमें 150 से 250 रूपया तक खर्च होता है .फिर वही ओटीपी को युवाओं द्वारा व्हाट्सएप कैंपियन और गो शेयर एप में 450 से 550 रुपया में बेच देते हैं.उक्त ओटीपी आउट ऑफ़ इंडिया चल जाता है उसमें कहां उपयोग होता है यह कह पना मुश्किल है. कुछ पैसा टेलीग्राम एप के माध्यम से डॉलर में इन युवाओं को मिलता है. सिर्फ यही नहीं युवाओं ने कुछ प्राइवेट बैंकों से दूसरों का डॉक्यूमेंट तथा ओटीपी वेरीफाई करके धोखाधड़ी भी करते हैं.
कई बार लोकल पुलिस द्वारा उक्त जानकारी युवाओं को पकड़ा भी गया लेकिन ठोस सबूत इकट्ठा नहीं होने के कारण युवाओं को छोड़ दिया गया .बताया गया की उक्त युवाओं ने अपने अकाउंट का लाखों रुपए लेनदेन हो जाने के बाद उन्होंने अपना माता-पिता दोस्त तथा रिश्तेदार का अकाउंट इस्तेमाल करने लगते हैं. कई बार ऐसा भी देखा गया कि अपने दोस्तों को पैसे का लालच देकर उनका अकाउंट इस्तेमाल करके ओटीपी का लेनदेन का पैसा आदान-प्रदान करते हैं इसमें उनका पकड़े जाने का डर भी काफी कम हो जाता है.
बहरागोड़ा में लगभग एक हजार सक्रिय ऑनलाइन गेमर्स
बता दें कि भारत में लगभग 42 करोड़ सक्रिय ऑनलाइन गेमर्स हैं जहां बहरागोड़ा का युवा मेहनत और बुद्धि का कम उपयोग कर के शॉर्टकट तरीके से अधिक पैसा बनाने के लिए ऑनलाइन सट्टेबाजी साइटों में धड़ल्ले से शामिल हो रहे हैं. कई ऑनलाइन गेम साइट गेम का आयोजन कर रही है इस ऑनलाइन गेम साइट के लिए कानूनी आयु सीमा 18 साल है लेकिन फर्जी आईडी और आयु सीमा की जांच के लिए ऐसा कोई प्राधिकरण नहीं है.