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रांची/डेस्क: झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बने कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया हैं. घटना मंगलवार की सुबह पलामू के रामगढ़ में हुई है. जब अमन साहू को रांची पुलिस की टीम रायपुर से पूछताछ के लिए रिमांड पर रांची ला रही थी. इसी दौरान पलामू में वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अमन साव ने की भागने की कोशिश और अमन साव पुलिस का हथियार छीनकर भागने का कोशिश किया. जिसके बाद पुलिस ने उसे रोकने के दरम्यान उसने पुलिस के ऊपर फायरिंग कर दी. अमन साव की फायरिंग में एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गए हैं. जिसके बाद पुलिस की टीम ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया. हालांकि, इस घटना की कोई आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है.

घायल जवान को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा गया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी हैं. सुरक्षा एजेंसियां भी घटना से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच कर रही हैं.
एसपी रिष्मा रमेशन ने बताया कि अभी जांच चल रही है राँची से भी वरीय अधिकारी पहुँच रहे हैं दो बम में एक बम को डिफियूज किया जाएगा वही घायल जवान को इलाज के लिए मेदिनीनगर अस्पताल भेजा गया है जांच पूरी होने के बाद शाम 4 बजे प्रेस वार्ता कर मामले की पूरी जानकारी दी जाएगी
2013 में बनाया था अपना गैंग
झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव ने अपराध की दुनिया की शुरुआत 2013 में पतरातू औद्योगिक क्षेत्र में बना रहे निर्माणाधीन बर्नपुर सीमेंट फैक्ट्री से शुरुआत की थी जहां पर फैक्ट्री की गेट पर झारखंड जन मुक्ति संघर्ष मोर्चा के पोस्टर लगाकर फायरिंग कर लेवी की मांग की थी उसे समय अमन साव बिरसा मार्केट क्षेत्र के पीटीपीएस एफ ओ क्वार्टर में रहता था. पहली बार पतरातू के थाना प्रभारी नित्यानंद महतो ने अमन साव को गिरफ्तार कर जेल भेजा. लेकिन कोर्ट ने उसकी कम उम्र को देखते हुए उसे बाल सुधार गृह हजारीबाग भेजा. जेल से छूटने के बाद वह बिरसा मार्केट में मोबाइल दुकान खोलकर मोबाइल बेचने और रिचार्ज का काम में लगा हुआ था. लेकिन तभी अपराधी सूरज सिंह (मृत )से उसकी मुलाकात हुई. अमन साव टीपीसी के संपर्क में आया और कुछ समय तक टी पी सी का एरिया कमांडर राजन जी (राजन की हत्या खलारी में कर दी गई थी और उसके संपर्क में रहा.

अमन साव ने बिरसा मार्केट में चलाई गई थी गोली
वही अमन साव पर अपराधियों के द्वारा बिरसा मार्केट में गोली चलाई गई थी. जिसका बदला लेते हुए पहली बार रसदा निवासी बसंत करमाली और पी टी पी एस निवासी विक्की तिवारी को अमन साव ने हत्या कर कोयला लदे रेलगाड़ी के बोगी में डालकर भेज दिया था. जिनकी बॉडी आज तक नहीं मिली. आज जो कुख्यात अमन साव है उसे एक समय रांची के एक बड़े पुलिस अधिकारी का संरक्षण प्राप्त था स्थिति यह थी कि जेल से तो मोबाइल ऑपरेट करता ही था लेकिन जेल शिफ्ट करने के दौरान भी वह मोबाइल से बात करते रहता था. वहीं कुछ समय बाद रांची पुलिस के बड़े अधिकारी की मौत हो गई थी. जब दुमका जेल से उसकी जमानत हुआ तो रामगढ़ पुलिस के द्वारा उसे जेल के बाहर से रामगढ़ लाया गया.