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रांची/डेस्क: नकली प्रमाणपत्र, कागजात और ऑफिसर के बारे में सबने सुना है पर क्या आपने नकली टीसी की कहानी सुनी हैं. जी हां, त्रिपुरा से एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया हैं.
जानें क्या है पूरा मामला?
दरअसल, त्रिपुरा में दीमापुर-अगरतला रेल खंड पर दो यात्रियों से दो ठग नकली टीसी बनकर टिकेट चेकिंग के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे थे. यह घटना तब सामने आई है जब ट्रेन नंबर 05676 दीमापुर-अगरतला पैसेंजर ट्रेन में यात्रा कर रहे RPF के दो जवान, अजीत कुमार सरकार और अंजन पॉल ने एक व्यक्ति जिसका नाम हुसैन अली यात्रियों के टिकेट चेक कर रहा था. जब उन्हें शक हुआ तो उन्होंने उससे पहचान पत्र मांगा. शुरूआती पूछताछ में हुसैन ने अपने आप को हाल ही में नियुक्त किया गया टिकेट चेकिंग कर्मचारी बताया पर बाद में उसने स्वीकार किया कि उसके पास कोई वैलिड पहचान पत्र नहीं हैं.
फर्जी पहचान पत्र के वेरिफिकेशन के बाद हुई पहचान
दीमापुर के टिकेट चेकिंग मास्टर रोल से Cross Verification कर हुसैन की फर्जी पहचान की पुष्टि की गई. जिसके बाद उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया.
एक और नकली टीसी हुआ गिरफ्तार
दूसरी घटना, ऐसा ही एक और मामला सामने आया, जहां ट्रेन नंबर 05675 डाउन पैसेंजर ट्रेन में वरिष्ट टिकेट चेकिंग कर्मचारी सुब्रजीत पॉल ने एक और फर्जी टीसी को पकड़ा. उसने भी हल ही नियुक्त होने वाली बात कही. जिसके बाद उसे तुरंत राजकीय रेल पुलिस के हवाले कर दिया गया. दोनों टीसी के ऊपर मामला दर्ज करते हुए, उन्हें जेल भेज दिया गया हैं.