राजेश कुमार/न्यूज़11 भारत
बोकारो/डेस्क: आज 21 अप्रैल को सुरक्षाबलों एवं भाकपा माओवादि नक्सलियों के बीच बोकारो के लुगुपहाड जंगल में भीषण मुठभेड़ हुई थी. इस कार्रवाई में भाकपा (माओवादी) के आठ नक्सली मारे गए, जिनमें शीर्ष कमांडर प्रयाग मांझी उर्फ विवेक भी शामिल था. मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार, गोलियां एवं अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई.
इसी मुठभेड़ के दौरान संगठन की महिला सक्रिय सदस्य सुनीता मुर्मू उर्फ लीलमुनी मुर्मू मौके से भागने में सफल रही थी. शीर्ष नेतृत्व के मारे जाने, लगातार चल रहे अभियान एवं सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर, सुनिता ने दिनांक 28.04.2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, बोकारो में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में आत्मसमर्पण कर दिया. 22 वर्षीय सुनिता मुर्मू, ग्राम अमरपानी, थाना शिकारीपाड़ा, जिला दुमका निवासी है. सुनिता पूर्व में गिरिडीह जेल में तीन वर्ष तक न्यायिक हिरासत में रही है. उसके विरुद्ध महुआटांड थाना कांड संख्या-15/25 एवं खुखरा थाना कांड संख्या-09/18 सहित कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें आर्म्स एक्ट, विस्फोटक अधिनियम, यूएपीए तथा सीएलए एक्ट की धाराएं शामिल हैं. पुलिस ने सुनीता के आत्मसमर्पण को नक्सल उन्मूलन के प्रयासों में बड़ी उपलब्धि बताया है.