प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: मुफस्सिल पुलिस को शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ बड़ी सफलता मिली हैं. पुलिस ने अवैध रूप से शराब की खेप लेकर बिहार जा रही बोलेरो पिकअप वैन (जेएच 01बीई- 5569) को जब्त किया हैं. इस पिकअप वैन से 75 कार्टून शराब जब्त की गई है, जिसमें हर कार्टून में 180 एमएल की 48 बोतलें शराब हैं. जब्त शराब का अनुमानित मूल्य 10 लाख रुपये आंका गया हैं. यह शराब ब्लू प्रीमियम ब्लेंडेड व्हिस्की हैं. इसके अलावा, वैन से एक मोबाइल जिसमें दो सिम कार्ड लगे हुए थे, और एक नंबर प्लेट भी बरामद की गई है, जिसमें बीआर 01जीएम 4409 लिखा हुआ हैं. मुफस्सिल थाना में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. मुफस्सिल थाना प्रभारी कुणाल किशोर ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि रांची की ओर से शराब लोड की हुई एक पिकअप वैन हजारीबाग से होकर गुजरने वाली हैं.
इसी सूचना पर कार्रवाई करते हुए मुफस्सिल थाना की पुलिस ने सुबह करीब 4:55 बजे मोरांगी के समीप वाहन जांच अभियान चलाया. पुलिस को देखकर शराब लोड वैन का चालक करीब 100 मीटर पहले ही वैन को छोड़कर भाग निकला. वैन की तलाशी लेने पर पुलिस ने शराब के कार्टून और अन्य सामान बरामद किए. थाना प्रभारी ने बताया कि शराब लोड वैन बिहार जा रही थी और इसका उठाव संभवतः रांची से किया गया था. वाहन मालिक के नाम और पते की जानकारी के लिए डीटीओ कार्यालय से संपर्क किया जा रहा हैं. यह कार्रवाई पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है क्योंकि शराब के अवैध कारोबार पर नकेल कसने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम हैं. पुलिस की गुप्त सूचना पर की गई यह कार्रवाई अवैध शराब व्यापारियों के लिए एक कड़ा संदेश है कि वे किसी भी हाल में कानून से बच नहीं सकते. मुफस्सिल थाना प्रभारी ने यह भी बताया कि वे इस मामले में और भी जांच कर रहे है ताकि शराब के इस अवैध नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त किया जा सके.
पुलिस अन्य संदिग्धों की पहचान कर रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने की योजना बना रही हैं. इस घटना के बाद समाज में भी पुलिस की तारीफ हो रही हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से समाज में अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ डर पैदा होगा और वे ऐसे अपराध करने से पहले सौ बार सोचेंगे. इस मामले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पुलिस की सतर्कता और गुप्त सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई से अवैध कारोबारियों पर शिकंजा कसा जा सकता हैं. यह कार्रवाई न केवल हजारीबाग पुलिस की सफलता की गाथा है बल्कि समाज को एक सुरक्षित और शराब मुक्त माहौल देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी हैं.