प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग नगर निगम क्षेत्र में प्रसिद्ध पौराणिक छठ तालाब और झील के अलावे नदी तालाब मिलाकर 28 घाट हैं. जहां पवित्र पर्व छठ के अवसर पर पूजा अर्चना की जाती हैं. लिहाजा नगर निगम क्षेत्र में अवस्थित 28 घाटों की सफाई की जवाबदेही नगर निगम प्रशासन पर होती हैं. इस जवाबदेही को पूरा करने के लिए नगर निगम प्रशासन दुर्गा पूजा के बाद से ही जुटा हुआ हैं. हालांकि इसके लिए अतिरिक्त व्यवस्था नहीं की गई है बल्कि वार्ड के सफाई कर्मचारियों को अपने अपने वार्ड क्षेत्र में स्थित घाटों की सफाई के लिए लगाया गया हैं. इसके चलते वार्ड क्षेत्र की सफाई रोक दी गई हैं. नतीजतन वार्डों में सफाई नहीं होने से कूड़ा कचरा का अंबार बढ़ता जा रहा हैं.
इस दौरान सिर्फ 50 अतिरिक्त मजदूर स्पेशली झील और हुरहुरु तालाब की सफाई के लिए लगाए गए क्योंकि झील और हुरहुरु तालाब में बेतहाशा जलकुंभी भर गया था. शेष छठ घाटों की सफाई वार्डों में नियुक्त सफाई कर्मियों के भरोसे चल रही है जबकि किसी वार्ड में तीन और किसी में पांच सफाई कर्मचारी नियुक्त हैं. बहरहाल छठ महापर्व में अर्घ्य का समय ज्यों-ज्यों नजदीक आ रही हैं. छठ घाटों को मुक्कमल तौर पर तैयार करने का दबाव नगर निगम पर हैं. सफाई पूरी करने के बाद घाटों के किनारे डस्ट और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी किया जाना हैं.
घाटों के किनारे प्रकाश की व्यवस्था भी करनी हैं. नगर निगम क्षेत्र में स्थित छठ घाटों में छठ तालाब, हजारीबाग झील, बुढ़वा महादेव तालाब, मीठा तालाब, खजांची तालाब, गांधी स्मारक, कस्तूरीखाप नवाटांड व कदमा, मुक्तिधाम, सिरसी तालाब, डामोडीह नदी, शंकरपुर नदी, बेलाही तालाब, कलोन्दरी तालाब, मासीपीढ़ी नदी, मायापुरी नदी, हुरहुरु तालाब, जोड़ा तालाब, मंडई नदी, ओकनी तालाब, मटवारी तालाब, कुम्हारटोली, बाबूगांव तालाब, जबरा डैम, नूतन नगर फोरलेन, धोबिया तालाब, कनहरी तालाब और मुन्नू बाबू तालाब शामिल हैं.