प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: जिले के बड़कागांव प्रखंड स्थित एनटीपीसी बादाम कोल ब्लॉक को लेकर हजारीबाग भू- अर्जन कार्यालय द्वारा अंबाजीत मध्य विद्यालय प्रांगण में आहूत जनसुनवाई ग्रामीणों के भारी विरोध के कारण रद्द कर दिया गया. हंगामा इतना बढ़ा था कि अंचलाधिकारी मनोज कुमार को हस्ताक्षर युक्त मुहर लगाकर लिखित पेपर ग्रामीणों को देना पड़ा. गौरतलब है कि जनसुनवाई सुबह 10.00 बजे से रखी गयी थी, जिसमें गोंदलपुरा, बाबूपारा, रावतपारा, गाली, बालोदर, हाहे, बादम, अंबाजीत, रूदी आदि कई गांव के हजारों लोगों एनटीपीसी बादम कोल कंपनी के खिलाफ तख्ती लिए कंपनी वापस जाओ जनसुनवाई रद्द करने की मांग को लेकर इकट्ठा हुए थे. इस दौरान ग्रामीणों ने जमीन नहीं देने व कोल ब्लॉक को रद्द करने की मांग करते हुए को लेकर सुबह 10.00 बजे से लेकर शाम 4.00 तक एसडीओ अशोक कुमार और सीओ को तकरीबन 6 घंटे तक घेरे रखा.
इस दौरान दौरान विधि व्यवस्था को बनाये रखने के लिये प्रशासन द्वारा भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे. ग्रामीणों का कहना था कि जब हम लोग किसी भी कोल कंपनी को अपनी जमीन देना ही नहीं चाहते है तो यह जनसुनवाई क्यों हो रही हैं. हम किसी भी हालत में जमीन नहीं देंगे. हम अपनी तीन फसलीय जमीन से अपने परिवार का जीविकापार्जन करते हैं. अपने बच्चों की भविष्य के लिए हमें अपनी जान की कुर्बानी क्यों ना देना पड़े हम लोग पीछे नहीं हटेंगे.
जनसुनवाई के दौरान पूर्व विधायक लोकनाथ महतो, भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानेश्वर शर्मा, जिप सदस्य सुनीता देवी, उप प्रमुख वचन देव कुमार, गोपी सिंह, श्रीकांत निराला, देवनाथ महतो, दीपक दास व अन्य प्रबुद्धजन मौजूद थे. विरोध और हंगामे के बीच एसडीओ और सीओ घंटों जब समझाने बुझाने में असफल रहे. उन्होंने ग्रामीणों की बढ़ते भारी विरोध को देखते हुए जनसुनवाई रद्द करने से संबंधित पेपर बनाकर ग्रामीणों को सुपुर्द कर दिया. विधि व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने को लेकर मौके पर मुख्य रूप से बीडीओ जितेंद्र कुमार मंडल, एसडीपीओ पवन कुमार, इंस्पेक्टर अनिल कुमार, थाना प्रभारी कुंदन कांत विमल के अलावा कई पदाधिकारीगण मौजूद थे.