“एक भारत श्रेष्ठ भारत“ के अवधारणा के आधार पर विभिन्न राज्यों के संस्कृति ,संसाधन, पारंपरिक पोशाक तथा भोजन का प्रदर्शन
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: श्री रामकृष्ण शारदा आश्रम (विवेकानंद सेंट्रल स्कूल) परिसर में वार्षिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. जिसके अंतर्गत विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, गणित, आर्ट एंड क्राफ्ट तथा कला एकीकृत मॉडलों को प्रदर्शित किया गया. “एक भारत श्रेष्ठ भारत“ के अवधारणा के आधार पर विभिन्न राज्यों के संस्कृति, संसाधन, पारंपरिक पोशाक तथा भोजन का भी प्रदर्शन किया गया.
कार्यक्रम का आरंभ राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर श्रीनिवास रामानुजन के चित्र पर विद्यालय की प्राचार्या डॉ मौसुमी मैती, सचिव डॉ समाप्ति कुमार पॉल, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ दीपांकर मैती तथा शैक्षिक प्रभारी डॉ सोमा पॉल के द्वारा पुष्प अर्पित कर किया गया. प्राचार्या ने श्रीनिवास रामानुजन के योगदानों की चर्चा करते हुए गणित के महत्व को बताया. 22 दिसंबर श्री रामानुजन के जन्म तिथि को भारत सरकार ने राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में घोषित किया है. इस अवसर पर एक नाटक भी प्रस्तुत किया गया जिसका उद्देश्य सभी विषयों के साथ गणित के अंतर संबंध को बताना था. प्रांजल तथा शिल्पी के द्वारा श्री रामानुजन के जीवन के बारे में बताया गया.
वार्षिक प्रदर्शनी का आरंभ सीनियर और जूनियर छात्राओं के नृत्य द्वारा किया गया जिसका आधार था “मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा.“ प्रदर्शनी में सीनियर और जूनियर का मिलाकर लगभग विज्ञान में 68, सामाजिक विज्ञान में 66, गणित में 30 तथा कला एकीकृत के 10 मॉडलों को बच्चों ने प्रदर्शित किया. आर्ट एंड क्राफ्ट में वर्ग नर्सरी से वर्ग 5 तक के बच्चों ने शिक्षकों के सहयोग से बहुत सुंदर-सुंदर कलाकृति बनाकर प्रदर्शित किया. संस्था के संस्थापक परम पूज्य स्वामी तपानंद जी महाराज ने छात्र-छात्राओं के नव प्रवर्तनशील प्रयोग पर बहुत-बहुत आशीर्वाद दिए . विद्यालय की प्राचार्या, सचिव, प्रबंधन समिति के सदस्यों ने छात्र-छात्राओं तथा संबंधित शिक्षकों के इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत बधाई दिए.