प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: बड़कागांव के ठाकुर मोहल्ला के विश्वकर्मा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान एक समुदाय विशेष के लोगों के द्वारा बुधवार की शाम को और फिर पुनः गुरुवार की सुबह पुलिस के सामने यहां पथराव होने से क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई और यहां दो समुदायों के बीच तनाव का माहौल बन गया. इस पत्थरबाजी में कई लोग घायल हो गए. घटना की जानकारी पाकर गुरुवार को हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल घटनास्थल बड़कागांव स्थित ठाकुर मोहल्ला पहुंचे.
यहां उन्होंने स्थानीय घायलों और पीड़ित लोगों से बात करके घटना की पूरी जानकारी ली. फिर यहां कैंप कर रहें हजारीबाग के एसी संतोष कुमार सिंह, बड़कागांव एसडीपीओ कुलदीप कुमार के समक्ष बड़कागांव थाना प्रभारी कुंदन कांत विमल से वार्ता करके हुए उन्हें जमकर फटकार लगाया और कहा की शांतिपूर्ण तरीके से धार्मिक जुलूस में एक समुदाय विशेष द्वारा वनसाइड पत्थरबाजी किया गया और दोबारा पुलिस के सामने भी पत्थरबाजी करते हुए पुलिस को भी ललकारा गया वाबजूद इसके पुलिस करीब 14-15 घंटे बीतने पर भी किसी की गिरफ्तारी नहीं करती है यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि बड़कागांव में पुलिस सत्ताधारी सरकार के इशारे पर काम कर रही है जो कतई नहीं चलेगा. सांसद मनीष जायसवाल ने यहां उग्र लोगों को समझाते हुए आश्वस्त किया की दोषियों को कतई बक्सा नहीं जाएगा और उनपर कड़ी कानूनी कारवाई जरूर होगी साथ ही उन्होंने बड़कागांव क्षेत्र की आवाम से समाज में अमन, शांति और सामाजिक सौहार्द बरकरार रखने का अपील किया.
राज्य सरकार के इशारे पर बड़कागांव पुलिस एक समुदाय विशेष के आगे है नतमस्तक: सांसद
बड़कागांव के ठाकुर मोहल्ले में धार्मिक जुलूस पर हुए पथराव के बाद यहां पहुंचे हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने बड़कागांव स्थित अपने जुगरा निवास परिसर में एक प्रेस- वार्ता का आयोजन कर कहा की बड़कागांव के ठाकुर मोहल्ले में विश्वकर्मा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान घटी घटना को एक समुदाय विशेष के द्वारा प्रायोजित तरीके से अंजाम दिया गया.
रात ने सरकारी स्कूल को खोला जाना, घरों के छतों पर पहले से पत्थर इकट्ठा कर रखा जाना और शांतिप्रिय ढंग से चल रहें धार्मिक जुलूस पर पत्थरबाजी करना और पुनः सुबह पुलिस के सामने पत्थरबाजी करना सुनियोजित ही प्रतीत होता है. उन्होंने कहा कि बड़का गांव में यहां आम विषय बन गया है पिछले चार-पांच महीने में ऐसी कई घटनाएं घाटी हैं. जिसमें क्षेत्र के एक यज्ञ के कलशयात्रा के दौरान आक्रमण किया जाना, महुदी में शांतिप्रिया ढंग से प्रोटेस्ट कर रहे लोगों पर लाठी चार्ज कर हटाए जाने के बाद एक विशेष समुदाय के जुलूस को प्रशासन द्वारा निकलवाना, बादम में एक चुनावी बाइक रैली में हमला किया जाना, डीजे बजाने वाले एक इंजीनियर का नाम पूछकर उसका हाथ तोड़ा जाना जैसी घटनाओं में एफआईआर दर्ज होने के बाद से अबतक कोई गिरफ्तारी नहीं किया जाना बड़कागांव पुलिस के कार्यशैली पर सवाल उठना लाजिमी है.
बड़कागांव पुलिस इन मामलों को अच्छे तरीके से हैंडल नहीं कर पा रही है जिस कारण बड़कागांव क्षेत्र में उन्माद फैल रहा है और एक समुदाय विशेष के लोग दमन कर रहे हैं. उन्होंने कहा की बड़कागांव ठाकुर मोहल्ला में रात में घटी घटना के बाद पुलिस आती है और शांत करती है लेकिन सुबह पुलिस के सामने उनपर भी पथराव किया जाता है और करीब 15- 16 घंटा होने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई गिरफ्तारी नहीं की जाती है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं. सांसद मनीष जायसवाल ने यह भी कहा कि पुलिस का काम राजनीति करना नहीं बल्कि न्याय करना है.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बड़कागांव पुलिस झामुमो- कांग्रेस और राजद की सरकार के दबाव में है और उन्हीं के दबाव में तुष्टिकरण की राजनीति के लिए एक समुदाय विशेष को संरक्षण दे रही है और दूसरे समुदाय को दबाने का काम कर रही है. सांसद मनीष जायसवाल ने राज्य सरकार, जिला प्रशासन और बड़कागांव पुलिस से यह मांग भी किया कि बड़कागांव में पिछले कुछ महीनों में घटे सभी घटनाओं के दोषियों को अविलंब गिरफ्तार कर कठोर कानूनी कारवाई कर न्याय करें अन्यथा हमलोग चरणबद्ध आंदोलन को बाध्य होंगे.सांसद मनीष जायसवाल ने यह भी कहा की जनता सब देख रही है और वर्तमान गठबंधन की सरकार में तुष्टिकरण की राजनीति चरम पर है और लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है. आने वाले समय में यहां परिवर्तन होगा और परिस्थितियां भी निश्चित रूप से बदलेगी.