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रांची/डेस्क: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने आज टाटीसिल्वे में परिवर्तन यात्रा के समापन समारोह में अपने विचार साझा किए. उन्होंने कहा, "आज हमारे लिए एक ऐतिहासिक दिन है. हमने 20 सितंबर को भोगनाडीह से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की थी, और अब यह अपने अंतिम चरण में है. 2 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हजारीबाग आएंगे, और इससे झारखंड विधानसभा चुनाव की शुरुआत होगी. हमें इस चुनाव में भाजपा की सरकार बनानी है और एक नया झारखंड बनाना है." उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के समय की बातें करते हुए कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने जनता से कई वादे किए थे. हेमंत सोरेन ने 2019 में वादा किया था कि उनकी सरकार में 5 लाख लोगों को नौकरी मिलेगी, लेकिन हर बार परीक्षा के पेपर लीक होते हैं. "मैंने असम में 1.5 लाख लोगों को नौकरी दी है, जबकि झारखंड में युवा रोजगार के लिए तरस रहे हैं. हेमंत सोरेन ने बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया, लेकिन क्या किसी को पैसे मिले?"
'गोगो दीदी योजना' मोदी जी की गारंटी
सरमा ने आगे कहा कि हेमंत सोरेन ने चुनाव के समय चूल्हे का खर्च और गरीबों को पेंशन देने का वादा किया था, लेकिन क्या किसी को सोने का सिक्का मिला? "हमारी सरकार असम, छत्तीसगढ़, और मध्य प्रदेश में काम कर रही है, जबकि झारखंड में कुछ नहीं हो रहा." उन्होंने 'मंइयां योजना' का उल्लेख करते हुए कहा कि यह केवल चुनावी धोखा है. "हम 'गोगो दीदी योजना' लेकर आ रहे हैं, जो मोदी जी की गारंटी है. झारखंड के युवाओं को नेपाल ले जाकर परीक्षा के पेपर बांट दिए जाते हैं." सरमा ने कांग्रेस और जेएमएम की एकजुटता पर भी सवाल उठाया और कहा कि उनकी सरकार बनने पर वह 5 लाख आवास देने का वादा करते हैं. उन्होंने हाल ही में हुए उत्पाद सिपाही की दौड़ में 18 युवाओं की मौत का भी जिक्र किया और सरकार से मृतक परिवारों को नौकरी देने की मांग की. "सरकार केवल अपने बारे में बातें कर रही है, वादों की चर्चा नहीं हो रही," उन्होंने निष्कर्ष निकाला.