न्यूज11 भारत
रांची: एक के बाद एक खुलासे के बाद भाजपा नेता बाबूलाल झाारखंड के सीएम हेमंत सोरेन पर आज बरस गए. उन्होने नियोजन नीति का मामला उठाते हुए कहा कि हमारी मांग बस इतनी है कि राज्य के मुख्यमंत्री सामने आकर बताए कि उन्होंने कैसा नियोजन नीति बनाया है. अब तक ये 1932 का ढोल पीटते रहे, फिर ये कौन सी नियोजन नीति लाये है.
इधर 7 लाख युवा अगर विरोध कर रहे है इसमें बीजेपी कहाँ है ? प्रदेश की जनता हमसे पूछेगी तो हम क्या जवाब देंगे , इतनी छोटी बात को मुख्यमंत्री को सामने आकर बताना चाहिए. वहीं राजीव अरुण एक्का पर मरांडी ने कहा कि पहले भी मुख्यमंत्री अपराधियों को बचाने का प्रयास करते रहे है ये दूसरा नमूना है.
पहला नमूना जो इलीगल पत्थरों की धुलाई हो रही थी उसमें उन्होने कितनी अच्छी तरीके से कारीगरी दिखाई कि उसमे जांच बिठाई लेकिन बस ट्रेन में अवैध धुलाई की जांच होगी. ट्रेन में जांच कर के क्या मिलेगा! पत्थर का उत्खनन जहां से हुआ वहां से जांच की जाए. राजीव अरुण एक्का को बचाने के लिए पहले उन्होंने क्या किया इनका विभाग चेंज किया.
ट्रांसफर कोई पनिशमेंट नहीं होता हम लोगों ने मांग किया था इनको निलंबित किया जाए इनके ऊपर f.i.r. होनी चाहिए थी इनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए लेकिन उनको बचाने के लिए जांच बिठाया वह भी बी के गुप्ता जो रिटायर हैं. उन्होंने एक नहीं कई गड़बड़ी की है. मुख्यमंत्री अगर कायदे से कार्यवाही नहीं करेंगे तो ऊपर की जांच एजेंसी है आज नहीं तो कल कार्रवाई करेगी जहां उनके दलाल बिजोलिया गए हैं वहां यह भी जाने को तैयार रहें.
बता दें विपक्ष समय बजट सत्र में भी अपनी मांगों व नारेबाजियों से सरकार व सदन को अवगत करा चुका है. वहीं नियोजन नीति सहित साहिबगंज मनी लाँड्रिंग मामलों को लेकर लगातार विपक्ष सरकार पर दबाव बना रही है.