बसंत कुमार साहू/ न्यूज़11 भारत
सरायकेला/डेस्क : चांडिल डैम के जलस्तर में वृद्धि के बाद 50 से अधिक गांवों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस विषय पर ईचागढ़ की पूर्व विधायक दिवंगत साधुचरण महतो की पत्नी एवं भाजपा महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष सारथी महतो ने चांडिल के जयदा में आयोजित प्रेस वार्ता में गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने कहा कि पिछले 72 घंटों में हुई मूसलधार बारिश के कारण चांडिल डैम का जलस्तर 184 मीटर के करीब पहुंच गया, लेकिन इस संकट के बावजूद स्थानीय विधायक और प्रशासन की नींद नहीं खुली। सारथी महतो ने आरोप लगाया कि जानबूझकर राज्य सरकार और विधायक ने चांडिल डैम के विस्थापितों को बेघर करने का कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि चांडिल डैम का निर्माण लगभग 40 साल पहले हुआ था, लेकिन आज तक विस्थापितों को पूरा मुआवजा नहीं मिला है। "यह एक संगठित साजिश है जिससे इचागढ़ के विस्थापितों को जानबूझकर डुबाया गया है," उन्होंने कहा।
सारथी महतो ने सवाल उठाया कि अगर प्रशासन और विधायक समय पर जलस्तर पर नियंत्रण करते, तो सैकड़ों परिवार बेघर होने से बच सकते थे। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि उनके पति के कार्यकाल में इचागढ़ के गांवों में पानी घुसने नहीं दिया गया था।
यह स्थिति उन विस्थापितों के लिए चिंता का विषय बन गई है, जो अब खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं।