न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: ओलंपिक खेलों का आगाज फ्रांस की राजधानी पेरिस में 26 जुलाई से होने वाला है. दुनिया भर के खिलाड़ी इसमें अपनी प्रतिभा को जौहर दिखाते हुए मेडल पर अपना-अपना दावा पेश करेंगे. भारत की ओर से इस बार 112 खिलाड़ी अपने खेल के जरिये पदक जीतने का प्रयास करेंगे. इस ओलंपिक में भारत को युवा खिलाड़ियों से बड़ी उम्मीदें हैं. कई ऐसे युवा खिलाड़ी हैं जिनपर खेल प्रेमियों की नज़र टिकी है. उनमें मुक्केबाज निकहत ज़रीन, शटलर लक्ष्य सेन, निशानेबाज सिफ्त कौर और ईशा, पहलवान अंतिम पंघाल, तीरंदाज भजन कौर और धीरज, शूटर रिदम सांगवान और विजयवीर, पहलवान अमन और रितिक, एथलेलिक्स खिलाड़ी ज्योति और प्रियंका के साथ मुक्केबाज निशांत शामिल हैं.
ओलंपिक में चयनित खिलाड़ियों का अभ्यास जारी है. ज़्यादातर खिलाड़ी भारत में ही अभ्यास में खून-पसीना बहा रहे हैं तो कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो विदेशी धरती पर अभ्यास कर रहे हैं. विदेशी धरती पर अभ्यास करने वालों में भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा अंताल्या में, एथलीट अविनाश साबले और पारूल चौधरी स्विटजरलैंड में अभ्यास कर रहे हैं. वहीं पुरूष और महिला 400 मीटर रिले टीम, एथलीट किशोर कुमार जेना, ज्योति याराजी, जेस्विन एल्ड्रिन, प्रवीण चित्रावेल, अनु रानी, तेजिंदरपाल सिंह और आभा खतुआ पोलैंड में ट्रेनिंग के साथ अभ्यास कर रहे हैं.
अनुभवी खिलाड़ियों पर भी टिकी उम्मीदें
लॉन टेनिस खिलाड़ी 44 वर्षीय रोहन बोपन्ना भी पदक जीतकर अपने इस आखिरी ओलंपिक को यादगार बनाना चाहेंगे. उनके अलावा शटलर पीवी सिंधु, निशानेबाज श्रेयशी सिंह, मुक्केबाज अमित पंघाल, पहलवान विनेश फोगाट से भी देश को पदक की उम्मीदें रहेंगी.
पुरूष हॉकी टीम से भी भारत को गोल्ड की उम्मीद रहेगी. भारतीय हॉकी टीम सात बार गोल्ड, एक बार सिल्वर और 3 बार ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी है.
वर्ष 2020 में टोक्यो ओलंपिक में भारत ने कई पदक जीते थे. भाला फेंक नीरज कुमार ने गोल्ड जीता था, वहीं मीराबाई चानू और रवि कुमार ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. उनके अलावा शटलर पीवी सिंधु, बजरंग पुनिया और भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था. नीरज कुमार, मीराबाई चानू और पीवी सिंधु इस बार भी भारतीय टीम का हिस्सा हैं.