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रांची/डेस्क: भारत में बिना सामूहिक गप्पें के चाय की चुस्की अधूरी है. बड़े-बड़े मामले चाय की चुस्की पर ही निपट जाते है. सालों से चाय भारत की परंपरा बनी हुई है. कोई मेहमान जैसे ही घर आता है, सबसे पहले चाय बना दी जाती है. मगर हर कोई चाय के नुकसान से भी वाकिफ है. सेहत के लिए ज्यादा चाय पीना नुकसानदेह होता है. कैफीन और टेनिन नाम का कंपाउड चाय में होता है. डाइजेस्टिव सिस्टम में यह तनाव पैदा कर देता है. इसमें टेनिन ज्यादा खतरनाक होता है. टेनिन प्लांट कंपाउड है और इसके कोई भी फायदे नहीं है. शरीर में अगर टेनिन ज्यादा मात्रा में आ जाए तो आंतों में अल्सर तक पैदा हो सकता है. इसके साथ ही पेट की समस्याओं से जूझ रहे लोगों में चाय का ज्यादा नुकसान करती है. मगर चाय की आदत लोगों को इन चीजों से बेपरवाह बना देती है. वहीं टेनिन के असर को कम करने के क्या उपाय है. आइए इसके बारे में जानते है.
डॉक्टर्स की माने तो भले ही हम बड़े चाव से चाय पीते है. मगर चाय एसिडिक नेचर की होती है. मतलब चाय के पीने से पेट में एसिड का प्रोडक्शन बढ़ जाता है. पहले से ही अगर पेट में एसिड ज्यादा होगा तो चाय इस एसिड को और ज्यादा बढ़ा सकती है. बता दें कि चाय का पीएच वैल्यू 7 से नीचे होता है. वहीं सामान्य ब्लैक टी में 4.9 से 5.5 तक होती है. इसके साथ ही पीएच वैल्यू 7 से जितना नीचे होगा एसिडिक नेचर उसका उतना ही ज्यादा होगा. इसलिए एसिडिक नेचर चाय का ज्यादा होगा तो वह पेट में उतना ही ज्यादा एसिड बनाएगी. कई तरह की गंभीर बीमारियां भी इससे हो सकती है. इसलिए चाय का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए.
इतने तरह से नुकसान
डॉक्टर्स का कहना है कि चाय का जो कसैला स्वाद होता है वह टेनिन कंपाउड से आता है. पेट से संबंधित परेशानियां टेनिन कंपाउड के ज्यादा सेवन से होती है. इसके साथ ही टेनिन से अन्य नुकसान भी होते है. रिसर्च की माने तो शरीर में अगर टेनिन ज्यादा आ जाए तो इससे भूख कम लगती है. इसके साथ ही ग्रोथ रेट भी घट जाता है और मेटाबोलिज्म स्लो हो जाता है. प्रोटीन का डाइजेशन भी इससे प्रभावित होता है. रिसर्च के अनुसार टेनिन पेट के कैंसर का भी कारण सकता है. ज्यादा टेनिन के होने से पेट में दर्द, उल्टी, मतली आदि की शिकायतें होती हैं. लेकिन जरुरी नहीं है कि ऐसा हो. यही वजह है कि चाय का सीमित सेवन ही करना चाहिए.
आखिर क्या है उपाय
डॉक्टर्स की माने तो चाय पीने से 15 मिनट पहले एक गिलास पानी जरुर पीना चाहिए. टेनिन पेट में पानी पीने से जल्दी डायल्यूट हो जाता है. किडनी में यह बहुत तेजी से चला है और पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाता है. वहीं चाय में कैफीन भी होता है जिससे नशा लगता है. इसके असर को भी पानी कम कर देता है.
Disclaimer: यह आलेख एक्सपर्ट्स के राय के आधार पर लिखी गई है. इस संबंध में उचित सलाहकार से सलाह जरुर लें.