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रांची/डेस्कः फर्जी दस्तावेजों पर जमीन की खरीद-परोख्त करने वाला रांची का भू-माफिया विक्की जायसवाल जिला प्रशासन की रडार पर है. रांची के कांके थाना क्षेत्र में इस वक्त विक्की काफी सक्रिय है. सूत्रों के अनुसार, जमीन के अवैध गोरखधंधे में विक्की लाखों-करोड़ों की कमाई के साथ पुलिस को भी मैनेज रखता है. जिससे उनके खिलाफ थानों में दर्ज कई मामलों में पुलिस कोई कार्रवाई ना करें. खबर हैं कि उनकी लाखों-करोड़ों की कमाई का कुछ हिस्सा पुलिसवालों तक भी पहुंचाया जाता है इस लिए तो पुलिस विक्की को लेकर सबकुछ जानते हुए भी अनजान बनी रहती है.
हालांकि विक्की के कारनामों के मामला अब खुलकर सामने आ रहा है जिसके संज्ञान में आते ही जिला प्रशासन उनके विरूद्ध सख्ती बरतने और जिला बदर करने की तैयारी में लगी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले कई सालों से विक्की जायसवाल उर्फ ऋषि रंजन तेजी से फर्जीवाड़ा और फर्जी दस्तावेजों पर जमीन के गोरखधंधे में संलिप्त रहा है. उसपर जमीनों पर गलत तरीके से दस्तावेजों के आधार पर, फर्जीवाड़ा और अवैध कब्जा करते हुए खरीद-परोख्त करने के गंभीर आरोप हैं. इन मामलों में कांके थाना में उसके खिलाफ 5 प्राथमिकी भी दर्ज हो चुकी है. इसके साथ ही रांची के लोअर बाजार थाना में भी विक्की के खिलाफ चेक बाउंस का मामला दर्ज है.
जमीनों पर कब्जा पाने के लिए महिलाओं का सहारा लेता है विक्की
खबर यह भी है कि विक्की जायसवाल को ना तो जिला प्रशासन और ना ही पुलिस का कोई भय-डर है. सूत्रों के मुताबिक, वह जहां भी जाता है अपने साथ 4-5 बाउंसल लेकर चलता है और उसके खिलाफ अगर कोई ठगी के शिकार या किसी तरह की कोई आवाज उठाने की कोशिश करता है तो वह उन लोगों के मुंह बंद कराने के लिए अपने बाउंसर का प्रयोग करता है. फर्जीवाड़ा दस्तावेजों के सहारे विक्की जिन जमीनों को बेचने का काम करता है उसपर कब्जा दिलाने के लिए उसने एक अलग से टीम बना रखी है. इतना ही नहीं जमीनों पर फर्जीवाड़ा तरीके से कब्जा पाने के लिए वह महिलाओं का सहारा लेते है. इसके लिए भी उसने महिलाओं और युवतियों की एक टीम बनाई है. महिला बाउंसर टीम की अगुवाई सीमा तिर्की नाम की महिला करती है. इलाके में सीमा तिर्की का भी काफी आतंक है इसलिए जिला प्रशासन ने उसे भी जिला बदर करने का प्रस्ताव तैयार किया है.
विक्की की गिरफ्तारी के बजाय पीड़ितों से सवाल पूछती है पुलिस
फर्जीवाड़ा और गलत दस्तावेजों का इस्तेमाल करते हुए जमीनों पर कब्जा पाने में विक्की ने काफी कम समय में ही जमीन के कारोबार में अपना एक अलग पहचान बना लिया है. इतना ही नहीं अगर पुलिस-प्रशासन की मानें तो उसकी दबंगई इस कदर है कि डर से कोई भी शख्स अपना मुंह नहीं खोलता. जो उसके चंगुल में आकर अपना लाखों रुपया गंवा बैठता है, वह भी चाहकर विक्की से अपना पैसे वापस नहीं ले पाता और ना ही अपना जमीन. पीड़ितों भगदौड़ करते हुए थाने पहुंचकर उसके खिलाफ केस भी दर्ज करा लेते है लेकिन उनका केस दर्ज करने के बाद पुलिस विक्की की गिरफ्तारी के बजाय पीड़ितों से कई सवालें पूछती है. जिसके बाद पीड़ित अपनी चुप्पी साधने में ही अपनी भलाई समझते है
आधा दर्ज से अधिक केस दर्ज है विक्की के खिलाफ
आपको बता दें, विक्की जायसवाल उर्फ ऋषि रंजन के विरूद्ध रांची के कांके थाना में कांड संख्या 176/2023, 235/2022, 298/2022, 324/2022 और 77/2028 दर्ज है. इसके साथ ही निचली अदालत यानी रांची सिविल कोर्ट में भी साल 2019 में उनके खिलाफ कंप्लेन केस दर्ज हो चुका है. जानकारी के अनुसार, विक्की जायसवाल ने कांके के नगड़ी, बुकरू मौजा और चामा में करीब 100 एकड़ आदिवासी खतियानी जमीनों की पिछले कुछ समय में खरीद-परोख्त की है.