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रांची/डेस्क: रांची में भूमि से संबंधित मामले में ईडी की जांच के दौरान बड़गाईं अंचल में अनियमितताओं का पता चला था. इसके पश्चात, सीआईडी आईजी सुदर्शन कुमार मंडल के नेतृत्व में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) में भी गड़बड़ियां उजागर हुई हैं. सीआईडी ने बड़गाईं अंचल के पूर्व सीओ मनोज कुमार, राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, और अन्य कर्मचारियों देवेंद्र साहू, जयंत विजय तथा दुर्गेश मुंडा को भूमि में गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
सीआईडी ने इन अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ पद के दुरुपयोग के साक्ष्य प्राप्त किए हैं और इन पर प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत कार्रवाई के लिए राज्य सरकार के मंत्रिमंडल सचिवालय और निगरानी विभाग को पत्राचार किया है.
बता दें कि ईडी के पत्र के आधार पर 31 मई 2023 को सदर थाने में बड़गाईं में भूमि हेरफेर और सरकारी दस्तावेजों को गलत तरीके से राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के घर में रखने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इस मामले की जांच एसीबी ने अपने हाथ में ली थी. इसी वर्ष 13 सितंबर 2024 को एसीबी ने बड़गाईं अंचल के दो सर्कल ऑफिसरों, मनोज कुमार और शैलेश प्रसाद, के ठिकानों पर छापे मारे थे.