न्यूज11 भारत
रांचीः भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने हिंडनबर्ग रीसर्च के परिणाम आने के बाद अडाणी समूह के शेयरों में हो रही गिरावट के बाद प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है. कंपनी ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि एलआईसी अपनी कंपनी और औद्योगिक समूहों के निवेशों का विवरण साझा नहीं करता. पर अडाणी समूह की कंपनियों से संबंधित एलआइसी के जोखिम के बारे में मीडिया और वीडियो चौनलों के लेखों में कुछ जानकारियां प्रसारित की जा रही है. इसलिए एलआइसी इक्विटी और ऋण में अडाणी समूह की कंपनियों में अपने जोखिम के बारे में स्थिति स्पष्ट कर रही है.
एलआईसी के प्रेस स्टेटमेंट में कहा गया है कि 31 दिसंबर 2022 के अनुसार इक्विटी और ऋण के अंतर्गत भारतीय जीवन बीमा निगम की अडाणी समूह की कंपनियों में कुल शेयर पूंजी 35917 करोड़ से कुछ अधिक है. अडाणी समूह की सभी कंपनियों में पिछले कई वर्षों में खरीदी गयी इक्विटी का कुल क्रय मूल्य 30127 करोड़ रुपये है. 27 जनवरी 2023 को शेयर बाजार बंद होने तक इन कंपनियों के इक्विटी के मूल्य 56142 करोड़ रुपये थे. अडाणी समूह में निवेश की गयी राशि वर्तमान तिथि के अनुसार 36474.78 करोड़ रुपये है. हालांकि ये निवेश एक समय सीमा में किये गये हैं. इसके अलावा यह कहा जा सकता है कि एलआइसी द्वारा धारित अडाणी समूह के ऋण प्रतिभूतियों की क्रेडिट रेटिंग एए और उससे ऊपर है. यह सभी जीवन बीमा कंपनियों पर आईआरडीएआई के निवेश नियमों के अनुरूप है.
निवेश एयूएम की बुक वैल्यू का 0.974 फीसदी
30 सितंबर 2022 तक एलआइसी की कुल संपत्ति 41.66 लाख करोड़ रुपये से अधिक थी. इसलिए भारतीय जीवन बीमा निगम का अडाणी समूह में निवेश एयूएम की बुक वैल्यू का 0.974 फीसदी ही है. भारतीय जीवन बीमा निगम एक 66 वर्ष पुरानी प्रतिष्ठित और स्थायी संस्थान है. लागू दिशानिर्देशों और नियमों के अनुरूप सख्त निवेश ढांचे का पालन किया जा रहा है. एलआइसी के लिए यह महत्वपूर्ण है कि संपत्ति का बाजार मूल्य किसी भी दिशा में बदल सकता है. एलआईसी ने लंबी अवधि के दृष्टिकोण से और विस्त उचित अध्य्यन के आधार पर निवेश करता है. सितंबर 2022 तक एलआईसी का उपलब्ध सॉल्वेंसी मार्जिन 160 फीसदी के लक्षित सॉल्वेंसी स्तर से काफी ऊपर था. एलआईसी निगम बोर्ड और इसका प्रबंधन सभी निवेशकों, हित धारकों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के प्रति प्रतिबद्ध और सचेत है