अजय लाल / न्यूज 11 भारत,
रांची – हर भूल तेरी माफ़ की
तेरी हर खता को भूला दिया
गम है कि मेरे प्यार का
तूने बेवफाई का सिला दिया...
जी हा...सात फेरों का बंधन अटूट समझा जाता है. लेकिन यह फेरा कभी – कभी फंदा बन जाता है. और जब फेरा फंदा साबित होने लगे तो इंसान फंदे को दूर फेक देना चाहता है...और इसी को आधुनिक समाज डिवोर्स कहता है. फिलहाल चर्चा हो रही है भोपाल के एक शख्स की जिसे 17 सालों तक कानूनी लड़ाई के बाद पत्नी से अलग होने की इजाजत कानूनी तौर पर मिली. अमूमन ऐसे मौके पर लोग शांत होकर यादों को भूलाने की कोशिश करते हैं लेकिन भोपाल के एक शख्स ने इस अदालती डिवोर्स पेपर पर समारोह का आय़ोजन कर डाला. वह भी पूरे धूमधाम से. विवाह समारोह के दौरान छपने वाले शादी कार्ड के माफिक उसने डिवोर्स इन्विटेशन पत्र तक छपवा दिया.
दरअसल, कहानी भोपाल के रायसेन के रहने वाले एक शख्स की है. वर्षो पहले धूमधाम से शादी हुई थी. बाद की कहानी यह है कि शख्स पर 2005 में दहेज प्रताड़ना का केस हो गया. मामला अदालत की चौखट तक पहुंचा. और अब उस शख्स को तलाक मिल चुका है. और इसी अवसर को शख्स ने समारोह में बदलने की योजना बना डाली. बजाप्ता शादी कार्ड के माफिक डिवोर्स निमंत्रण पत्र छपवाया. कार्यक्रम की जानकारी दी कि कब कैसे कहां कौन सा आयोजन होने जा रहा है. (देखें तस्वीर). 18 सितम्बर को इस मौके पर एक प्रीतिभोज का भी आयोजन किया जा रहा है. इस कार्य में भाई वेलफेयर सोसायटी भोपाल ने शख्स को कानूनी मदद की थी. डिवोर्स निमंत्रण पत्र में लिखा हुआ है कि दहेज प्रताड़ना सीआरपीसी 125 डीभी जीतने के बाद भाई वेलफेयर सोसायटी भोपाल के संरक्षण में देश का पहला विवाह विच्छेद समारोह. इस समारोह में आप सादर आमंत्रित है. जाहिर तौर पर यह निमंत्रण शख्स ने अपने कुछ दोस्तों और परिवार को दी है. लेकिन सवाल है कि क्या बदलते समाज की नयी कहानी है.
मामला चाहे जो कुछ भी हो लेकिन देखते ही देखते यह निमंत्रण पत्र वायरल दुनिया में जबरदस्त हिट हो रहा है.