प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: जमीन दलाल सह महारामनवमी समिति के पूर्व अध्यक्ष मंजीत यादा हत्या मामले में पुलिस के हाथ अभी तक खाली है. पुलिस हर पहलू की जांच कर अनुसंधान की आगे बढ़ा रही है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अब तक की जांच में इस हत्या का कनेक्शन जेल से जुड़ा हुआ प्रतीत हो रहा है. जांच के दौरान मिले सुराग के आधार पर पुलिस की एक टीम शुक्रवार को जेपी कारा पहुंची. टीम ने वहां कई कैदियों से पूछताछ की और उनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की. ऐसा माना जा रहा है कि इन कैदियों का संबंध इस हत्या से हो सकता है और मंजीत यादव से जुड़ा हुआ है. गौरतलब है कि 29 अक्टूबर को सुबह 7:50 बजे अज्ञात अपराधियों ने घर के गेट के पास ही मंजीत यादव को चार गोली मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस घटना में शामिल शूटर स्थानीय नहीं हैं. शूटरों तक पहुंचने की कोशिशें जारी हैं. यह भी पता चला है कि पिछले चार दिनों से पुलिस हिरासत में बंद बड़कागांव के विवेक सोनी उर्फ विक्की सोनी की पूछताछ में इस घटना से संबंध सामने आया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना की जड़ में जमीन विवाद है. मृतक की पत्नी और पूर्व वार्ड पार्षद सुनीता देवी ने बड़ा बाजार ओपी में छह नामजद आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी 419/24 दर्ज कराई है. प्राथमिकी में विवेक सोनी, रामा सोनी, गंगू साव, राजकुमार गुप्ता, आनंद वर्मा उर्फ आनंद सोनी और हेमंत महतो के नाम शामिल हैं. पुलिस ने विवेक सोनी को मंगलवार को ही गिरफ्तार कर लिया था. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार सिंह ने एसडीपीओ अमित कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया है. इस टीम में हजारीबाग के इंस्पेक्टर और थाना प्रभारी को भी शामिल किया गया है, जो इस मर्डर मिस्ट्री का खुलासा करेंगे. बताया जा रहा है कि सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी टीम की मदद से पुलिस को बड़ी सफलता मिली है और पुलिस इस हत्या की गुत्थी सुलझाने के करीब पहुंच चुकी है.
सूत्रों के अनुसार, बड़कागांव के आरएनआर विस्थापित कॉलोनी में मंजीत यादव ने 14 कट्ठा जमीन का एग्रीमेंट करवाया था. इसी जमीन को छोड़ने को लेकर विवेक सोनी और अन्य द्वारा मंजीत यादव को दो महीने पूर्व धमकी दी गई थी, जिसमें उसे घर के सामने ही गोली मारने की बात कही गई थी. मंजीत यादव को पहले से यह आभास था कि उसे गोली मारी जाएगी और उसने यह बात अपने परिवार वालों को भी बताई थी. घटना के बाद से पुलिस मंजीत यादव के संपर्क में रहने वाले लोगों को थाने बुलाकर लगातार पूछताछ कर रही है. इसमें उनके परिचित, दोस्त, रिश्तेदार, और कारोबारी सभी शामिल हैं. पुलिस पूछताछ के जरिए मुख्य आरोपी के करीब पहुंचना चाहती है और हत्या के मकसद को भी जानने की कोशिश कर रही है.