न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: बुधवार को कृषि, पशुपालन और सहकारिता विभाग का मासिक बैठक हुई. इस बैठक की अध्यक्षता विभागीय मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की कर रही थी. इस बैठक में विभाग के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे. बैठक के बाद मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि यह दूसरी मासिक बैठक थी. इस बैठक में बहुत सारी चीज निकल कर सामने आई है. बहुत सारी चीज हैं, जो जमीन से जुड़ी हुई है. कृषि, पशुपालन के क्षेत्र में झारखंड को आत्मनिर्भर बनाना है.
उन्होंने कहा कि सीड टेस्टिंग एजेंट है जो की सही तरीके से संचालन नहीं होने के कारण फैलियर हो गया है. क्योंकि हमारे पास उसे समय मजबूत टेस्ट कॉरपोरेशन भी नहीं था और टेस्ट करने के लिए टेस्टिंग एजेंसी सर्टिफिकेशन एजेंसी भी नहीं है. टेस्टिंग एजेंसी झारखंड में स्थापित है मगर फंक्शनल में नहीं है. बीज के सेक्टर में भी झारखंड को आत्मनिर्भर बन सके.
उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर से जुड़े योजनाओं को हम जमीन स्तर पर किसानों तक नहीं पहुंच पा रहा है,तो इसमें जो हमारे VLW है (विलेज लेवल वर्कर्स) जो कि हमारी ही विभाग से उनकी नियुक्ति की गई है. आज उनका पेमेंट सैलरी सब चीज हमारे विभाग से मिलता है और विभाग ने लेटर भी कुछ महीना पहले भेजी गई थी. मगर हमने देखा है कि सभी VLW केवल एग्रीकल्चर के काम को टेकअप करना है, मगर आज आप देखेंगे कि ब्लॉक में आवास का काम VLW कर रहे हैं. मनरेगा का काम भी VLW कर रहे है, एग्रीकल्चर को छोड़ कर सभी काम कर रहे है.