झारखंडPosted at: जुलाई 04, 2024 दिव्यांग सर्टिफिकेट से वंचित है एक ही घर के मां-बेटे, दर्जनों बार काट चुके हैं पंचायत भवन का चक्कर
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न्यूज़11 भारत
कोडरमा/डेस्क: सतगावां प्रखंड के बरियारडीह में एक ही घर में माँ-बेटे दिव्यांग सर्टिफिकेट से वंचित है. ग्रामीणों के अनुसार बताया जाता है कि कई बार सरकार के द्वारा दिव्यांग लोगों को पेंशन आदि का लाभ देने का प्रावधान है. लेकिन इस पंचायत में ऐसा नहीं है. क्योंकि इसके प्रति न ही पंचायत के पदाधिकारी का ध्यान है, न ही प्रखंड के पदाधिकारी और कोई जनप्रतिनिधि का भी ध्यान नहीं है. जिसके कारण एक ही घर में मां और बेटे दोनों दिव्यांग हैं और आज तक इनका दिव्यांग का कोई प्रमाण पत्र भी नहीं बन पाया. जिसके कारण इन्हें सरकारी लाभ से भी वंचित होना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय यहां के नेताओं बड़े-बड़े वादे करते हैं. लेकिन चुनाव चुनाव खत्म होने के बाद इस क्षेत्र को और इस क्षेत्र के गरीबों को देखने तक नहीं आते हैं. सरकार के द्वारा जिन्हें लाभ मिलना था वह लाभ से वंचित है और दर-दर भटक रहे हैं. वह लोग प्रखंड मुख्यालय का दर्जनों बार चक्कर काट चुके हैं. पंचायत भवन हो या मुखिया सभी के यहां दर्जनों बार चक्कर काटने के बाद मायूस होकर दोनों अपने घर में बैठे हैं. लोगों ने बताया कि बरियारडीह के बिरजू चौधरी की पुत्री ममता देवी व उसके पुत्र नीरज कुमार दोनों दिव्यांग है और आज तक उन्हें विधवा व दिव्यांग पेंशन का लाभ नहीं मिला.