न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने आज (25 जुलाई) को झारखंड-बिहार बंद और 28 जुलाई से 3 अगस्त तक 'शहीदी सप्ताह' मनाने का ऐलान किया है. नक्सलियों के बंद को देखते हुए पुलिस व प्रशासन अलर्ट मोड में हैं. साथ ही खुफिया विभाग ने भी अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी है. बता दें कि एक करोड़ के इनामी नक्सली नेता विवेक की पत्नी जया की गिरफ्तारी के विरोध में भाकपा माओवादियों के बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के प्रवक्ता आजाद ने झारखंड-बिहार बंद का ऐलान किया है.
गौरतलब है कि माओवादियों के बंद को लेकर झारखंड छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित बूढापहाड़ और बिहार से सटे हुए सीमावर्ती इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान शुरू किया गया है. इस सर्च अभियान में सीआरपीएफ जगुआर जैप आईआरबी और जिला बल के जवानों को तैनात किया गया है. पलामू के डीआईजी वाईएस रमेश ने बताया कि पलामू, गढ़वा और लातेहार के एसपी ने कई संबंध में निर्देश जारी किए हैं.
रेलवे ने जारी किया अलर्ट
वहीं, नक्सली बंद के मद्देनजर चाईबासा पुलिस सर्तकता बरती जा रही है. मंगलवार को नक्सलियों ने झारखंड के चाईबासा जिले के थाना क्षेत्र में कई जगहों पर बंद और शहीदी सप्ताह के ऐलान वाले पोस्टर-बैनर लगाए गए है. पुलिस ने इन पोस्टरों को जब्त कर लिया है. आशंका जताई है कि नक्सली रेलवे ट्रैक और सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं. नक्सली बंदी को लेकर अलर्ट रेलवे द्वारा भी अलर्ट जारी किया गया है. रेलवे द्वारा नक्सल प्रभावित इलाकों से होकर गुजरने वाली ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
पुलिस हाई अलर्ट मोड पर
माओवादी बंदी को लेकर अति नक्सल प्रभावित चाईबासा के सारंडा जंगल और ओडिशा और छत्तीसगढ़ राज्य से सटे सिमडेगा में पुलिस हाई अलर्ट मोड पर आ गई है. सिमडेगा समिति चाईबासा के इलाके सारंडा जंगल आदि अभी भी अति नक्सल प्रभाव क्षेत्र में आते हैं. नक्सली बंदी को देखते हुए चाईबासा और सारंडा जंगल से सटे थानों को हाई अलर्ट कर दिया गया है. पुलिस लगातार सभी संवेदनशील क्षेत्रों में एलआरपी अभियान चला रही है.
इसके साथ सिमडेगा के ओडिसा और छत्तीसगढ़ राज्य से सटे इलाके भी संवेदनशील क्षेत्रों में आते हैं. पुलिस यहां भी लगातार चौकसी बरत रही है. सिमडेगा एसपी सौरभ ने बताया कि संवेदनशील क्षेत्रों में पड़ने वाले सभी थाना प्रभारी को नक्सली बंद को देखते हुए खास दिशा निर्देश दिए गए हैं.