आशिष शास्त्री/न्यूज़11 भारत
सिमडेगा/डेस्क: पड़ोसी राज्य ओडिसा और छत्तीसगढ़ में धान के अधिक मूल्य के कारण सिमडेगा में धान अधिप्राप्ति योजना प्रभावित होने लगी है. इस वर्ष राज्य सरकार के द्वारा पिछले वर्ष की तुलना में धान का एमएसपी बढ़ा कर 2300 रुपए कर दिया गया. लेकिन इसके बावजूद धान अधिप्राप्ति योजना अभी तक सिमडेगा में लक्ष्य से काफी पीछे चल रही है. जिला प्रशासन लगातार धान अधिप्राप्ति योजना की समीक्षा करते हुए जिले के सभी लैंपसों को अधिक से अधिक धान खरीद करने के निर्देश दे रही है. लेकिन अभी भी ओडिसा और छत्तीसगढ़ राज्यों से सटे इलाकों में कई लैंपसों में सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण है. सिमडेगा से सटे ओडिशा और छत्तीसगढ़ राज्य, जहां धान की एमएसपी झारखंड से 700 रुपए अधिक है. यही कारण है कि सिमडेगा के किसान अपने धान की अधिक मूल्य पाने के लिए सीधे ओडिसा के सुंदरगढ़ जिला और छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला का रुख करने लगे हैं. जिस कारण सिमडेगा के लैंपसों को धान नहीं मिल पा रहा है.
सिमडेगा जिले के कुल 23 लैंपसों में अधिकांश लैंपस धान अधिप्राप्ति में अपना नगण्य योगदान दिखा रहे हैं. डीसी सिमडेगा अजय कुमार सिंह ने सभी लैंपसों को जिले के किसान को जागरूक करते हुए धान की खरीद बढ़ाने का निर्देश दिए हैं. साथ हीं डीसी ने धान अधिप्राप्ति में पिछड़े रहने वाले लैंपसों में कानूनी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं.
सिमडेगा जिला प्रशासन जिले में धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य हासिल करने की हर संभव कोशिश कर रही है. लेकिन पड़ोसी राज्यों में धन की अधिक एमएसपी जिला प्रशासन के धान अधिप्राप्ति के लक्ष्य हासिल करने के प्रयासों नाकाम करने में तुली है.