रांची: पिस्का मोड़ के रहने वाले पंकज कुमार ने माउंट सतोपंथ फतह कर लिया है. पंकज ने गंगोत्री नेशनल पार्क में पड़ने वाली चोटी माउंट सतोपंथ 7075 मीटर के समीप कैंप पर झंडा फहराया है. इस बार उन्होंने माउंट सतोपंथ फतह कर झारखंड के लोगो (logo) को फहराने का निर्णय लिया और जोहार झारखंड की आवाज लगाई. झारखंड वासियों को माउंटेनियरिंग और रॉक क्लाइंबिंग को लेकर संदेश दिया है.
रांची में रॉक क्लाइंबिंग को डेवेलप करना चाहते हैं पंकज
पंकज ने बताया की माउंट सतोपंथ पर झारखंड के लोगो (logo) को लहराने मकसद यहां के लोगों में रॉक क्लाइंबिंग में जागरूक करने का था और उन सभी झारखंड वासियों के लिए टोकन ऑफ appreciation था, जो इस तरह की फील्ड में झारखंड का नाम रोशन कर रहे हैं. आने वाले समय रांची में रॉक क्लाइंबिंग को डेवेलप करने की इच्छा है. बरियातू, चिरौंदी जैसे कई जगह में चट्टान हैं जहां रॉक क्लाइंबिंग की जा सकती है.
पंकज के नाम कई उपलब्धियां दर्ज हैं
इससे पहले पंकज ने हिमालय की सरस्वती सीमा की सबसे ऊंची चोटी माउंट ब्लैक पीक पर तिरंगा लहराया था. यह चोटी 6387 मीटर ऊंची है. इसी के साथ काला नाग पर्वत शिखर फतह कर चुके हैं. पर्वतारोही पंकज ने बहुत कम उम्र में यह मुकाम हासिल किया है. पंकज उत्तराखंड की सबसे ऊंची चोटी पर भी तिरंगा फहरा चुके हैं. सरस्वती रेंज की सबसे ऊंची चोटी काला नाग पर फतह करने वाले रांची पिस्का मोड़ के रहने वाले पंकज के नाम और भी कई उपलब्धियां दर्ज हैं.
एडवेंचर के लिए शुरू की थी माउंटेनियरिंग, अब बनना चाहते हैं प्रोफेशनल मॉउन्टेनीर
पंकज बताते हैं कि उन्होंने ने माउंटेनियरिंग एडवेंचर के लिए शुरू किया था. जिसके लिये उन्होंने 2019 में मनाली से ट्रेनिंग ली है, लेकिन अब पंकज प्रोफेशनल माउंटेनियर बनना चाहते हैं. अभी तक उन्होंने व्यास कुंड, मनाली गोमुख और तपोवन जैसे चोटियों को फतह कर चुके हैं. उनका लक्ष्य एवरेस्ट की चोटी पर फतह करना है.