न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: राज्य सरकार के स्वास्थ्य, खाद्य आपूर्ति एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ इरफान अंसारी जी ने रांची से भाजपा के विधायक सीपी सिंह पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सीपी सिंह बुजुर्ग व्यक्ति हैं, लेकिन उन्हें सामान्य शिष्टाचार और भाषा का ज्ञान नहीं है. उनको हर मुसलमान कसाई नजर आता है. सीपी सिंह जैसे लोगों को मैं झारखंड के अमनचैन और सुख-शांति के लिए खतरा मानता हूं. ये अपने नफरती बातों से दंगा फैलाने की फिराक में रहते हैं ताकि इनकी राजनीति चलते रहे. सीपी सिंह साहब गिद्ध हैं जो हमेशा लाश नोंचने की फिराक में रहते हैं. ऐसा लगता है कि भाजपा की राजनीति में किनारा कर दिए जाने के बाद वे घोर निराशा के दौर में हैं. उनकी ऐसी खराब स्थिति के लिए वे उनके सहानुभूति रखते हैं. अगर सीपी सिंह चाहें तो वे स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते उनका उपचार स्वयं रिनपास लेकर जाने को तैयार हैं. सीपी सिंह जी का मानसिक उपचार काफी आवश्यक है. मुस्लिमों से उन्हें इतनी नफरत है कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र में मौजूद मुस्लिम इलाकों में झांकते तक नहीं हैं. ऐसे लोगों को जनप्रतिनिधि रहने का अधिकार नहीं है, जो अपने क्षेत्र के लोगों को जाति, धर्म के आधार पर भेदभाव की नजर से देखता है.
डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि सीपी सिंह को यह सोचना चाहिए कि वे जिस आरएसएस-भाजपा से आते हैं, उसका कोई योगदान देश की स्वतंत्रता में नहीं है. ये लोग अंग्रेजों के प्रति वफादार थे और उनके लिए मुखबिरी किया करते थे. सीपी सिंह अगर सच्चाई जानना चाहते हैं तो उन्हें इतिहास का अध्ययन करना चाहिए. वे उन्हें इतिहास की कुछ पुस्तकें भेज देंगे, जिसमें कांग्रेस के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान से वे अवगत हो जाएंगे. सीपी सिंह जी को यह याद रखना चाहिए कि इरफान अंसारी फ्रीडम फाइटर परिवार से है. सीपी सिंह प्रमाणपत्र नहीं दें. सीपी सिंह अंग्रेजों से माफी मांगने वाले संगठन से जुड़े हैं. देश की स्वतंत्रता में जिसका कोई योगदान नहीं है.
मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि देश का इतिहास सिर्फ 14 साल का नहीं है सीपी सिंह साहब. इस देश की मिट्टी को हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई, जैन, पारसी सबने मिलकर अपने खून से सींचा है. सीमांत गांधी खान अब्दुल गफ्फार खान, मौलाना अबुल कलाम आजाद, डा. जाकिर हुसैन, मौलाना मोहम्मद अली जौहर, मौलाना शौकत अली, मुहम्मद बरकातुल्ला, बदरुद्दीन तैयबजी, हकीम अजमल खान, शहीद अशफाकउल्लाह आदि ऐसे हजारों नाम हैं, जिनके समुदाय को आप कसाई कहते हैं. एक बार सीपी सिंह जी अंडमान-निकोबार के सेल्युलर जेल का दौर कर वहां शहीदों के लगाए गए नामो की सूची देख लें. उन्हें पता चल जाएगा कि हकीकत क्या है. सीपी सिंह में हिम्मत है तो वे आरएसएस और भाजपा से जुड़े स्वतंत्रता सेनानियों के नाम बताएं, नहीं तो समाज से माफी मांगे.